चंडीगढ़, 15 अक्टूबर : पंजाब सरकार राज्य में जनस्वास्थ्य ढांचे को और मज़बूत करने के व्यापक मिशन के तहत 236 नए आम आदमी क्लिनिक खोलने जा रही है। इससे राज्य में कुल क्लिनिकों की संख्या 1,117 हो जाएगी। यह जानकारी पंजाब के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. बलबीर सिंह ने सिविल सर्जनों के साथ उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता करते हुए दी।
96% मरीज सेवाओं से संतुष्ट: स्वास्थ्य मंत्री
डॉ. बलबीर सिंह ने बताया कि आम आदमी क्लिनिकों की सफलता ने गुणवत्तापूर्ण प्राथमिक स्वास्थ्य सेवाओं तक आम जनता की पहुँच को काफी बढ़ाया है। पंजाब विकास आयोग द्वारा करवाए गए ताज़ा सर्वेक्षण का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि 96% मरीजों ने इन क्लिनिकों की सेवाओं से संतुष्टि जताई है, जो इस पहल की प्रभावशीलता को दर्शाता है।
राज्य सरकार की नागरिकों के स्वास्थ्य को सर्वोच्च प्राथमिकता देने की प्रतिबद्धता दोहराते हुए डॉ. सिंह ने सिविल सर्जनों को निर्देश दिया कि वे नए क्लिनिकों की स्थापना में तेजी लाएं और उनके सुचारू संचालन के लिए आवश्यक डॉक्टरों व स्टाफ की भर्ती तुरंत शुरू करें। उन्होंने कहा कि आशा वर्करों को हेल्थ किटें और कम्युनिटी हेल्थ ऑफिसरों (सीएचओ) को ज़रूरी उपकरण प्रदान किए जाएंगे, जिससे ज़मीनी स्तर पर स्वास्थ्य सेवाओं को और मज़बूती मिलेगी।
आधुनिक एआई तकनीक के उपयोग में अग्रणी राज्य है
डॉ. सिंह ने कहा कि पंजाब छाती के कैंसर और स्ट्रोक जैसी गंभीर बीमारियों की शीघ्र पहचान और प्रबंधन के लिए एआई तकनीक (Artificial Intelligence) के उपयोग में अग्रणी है। उन्होंने बताया कि बाल स्वास्थ्य सुरक्षा कार्यक्रम के तहत सभी 250 आरबीएसके टीमों को एआई ऑटो-रिफ्रेक्टर उपकरणों से लैस किया जाएगा, जिससे स्कूली बच्चों में दृष्टि दोष की पहचान कर प्रभावित बच्चों को चश्मे उपलब्ध कराए जा सकेंगे।
डेंगू रोधी गतिविधियों को और तेज़ किया जाए
स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि राज्य सरकार द्वारा मच्छर जनित बीमारियों की रोकथाम के लिए उठाए गए व्यापक कदमों से उल्लेखनीय परिणाम मिले हैं। “हर शुक्रवार डेंगू पर वार” अभियान की सफलता का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि वर्ष 2023 की तुलना में डेंगू के मामलों में 80% की कमी आई है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि इस सकारात्मक रुझान को बरकरार रखते हुए संभावित हॉटस्पॉट क्षेत्रों में डेंगू रोधी गतिविधियों को और तेज़ किया जाए।
स्वास्थ्य मंत्री ने हाल ही में आई बाढ़ के दौरान डॉक्टरों और पैरामेडिकल स्टाफ के बहादुरी भरे प्रयासों की सराहना की और घोषणा की कि उत्कृष्ट कार्य करने वाले कर्मचारियों को सम्मानित करने के लिए वार्षिक सम्मान नीति शुरू की जाएगी। इस अवसर पर उन्होंने डॉ. संगीता जैन, डॉ. अर्शदीप कौर, डॉ. मनहर कौर, डॉ. वसुधा, डॉ. धर्मवीर अहीर और भवनदीप कौर को विभिन्न स्वास्थ्य कार्यक्रमों में उल्लेखनीय योगदान के लिए सम्मानित किया।
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