October 6, 2025

जीएसटी कटौती से ऑटो और सीमेंट समेत 6 सेक्टरों को सीधा फायदा होगा

जीएसटी कटौती से ऑटो और सीमेंट समेत...

नई दिल्ली, 19 अगस्त : भारतीय शेयर बाजारों में आज, 18 अगस्त को भारी तेजी देखी गई। इस तेजी की सबसे बड़ी वजह वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) में बड़े सुधारों की तैयारी है। प्रधानमंत्री मोदी ने 15 अगस्त को अपने भाषण में कहा था कि इन सुधारों के दिवाली से लागू होने की उम्मीद है। बाजार विशेषज्ञों का मानना है कि जीएसटी दरों को तर्कसंगत बनाने से न केवल खपत बढ़ेगी, बल्कि कंपनियों की बिक्री और राजस्व में भी बढ़ोतरी देखने को मिलेगी।

नए जीएसटी ढांचे में सिर्फ 2 मुख्य दरें

सूत्रों के मुताबिक, सरकार नए जीएसटी ढांचे में सिर्फ 2 मुख्य दरें रखेगी। 5 और 18 फीसदी। इसके अलावा लग्जरी और सिन गुड्स के लिए 40 फीसदी की नई टैक्स दर लागू की जा सकती है। एमके ग्लोबल का कहना है कि यह कदम भारत में खपत बढ़ाने के लिए बूस्टर डोज का काम कर सकता है। साथ ही, इससे कारोबार करना आसान होगा और टैक्स ढांचा सरल होगा। जीएसटी दरों से टैक्स चोरी के मामलों में भी कमी आएगी और अर्थव्यवस्था में संगठित क्षेत्र की हिस्सेदारी बढ़ेगी। ब्रोकरेज फर्मों का कहना है कि इस सुधार से ऑटोमोबाइल, कंज्यूमर स्टेपल्स, होटल, रिटेल, एयर कंडीशनर और सीमेंट सेक्टर को सबसे ज्यादा फायदा हो सकता है।

खाने-पीने की चीजें फिलहाल 5, 12 और 18 फीसदी के टैक्स स्लैब में आती हैं। एम. के. ग्लोबल ने कहा कि घी, मक्खन, चीज, पनीर, बोतलबंद पानी, जूस, इंस्टेंट नूडल्स, पास्ता, वेफर्स और चवनप्राश पर 12 फीसदी जीएसटी लगता है, लेकिन नए सुधारों के बाद इन्हें 5 फीसदी के स्लैब में शिफ्ट किया जा सकता है। इससे बीकाजी और गोपाल स्नैक्स को बड़ा फायदा हो सकता है, जिनका करीब 80 से 85 फीसदी रेवेन्यू इसी सेगमेंट से आता है।

इसके अलावा नेस्ले इंडिया के करीब 30 फीसदी पोर्टफोलियो को भी इस कदम से राहत मिल सकती है। डाबर इंडिया को भी बिछुआ और चवनप्राश पर टैक्स में कमी का फायदा मिल सकता है, जिनका करीब 23 फीसदी रेवेन्यू इसी सेगमेंट से आता है। एम. के. ग्लोबल ने कहा कि इसके अलावा आई. टी. सी., ब्रिटानिया इंडस्ट्रीज, मैरिको और एच. यू. एल. पर भी इसका सकारात्मक असर देखने को मिल सकता है।

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