इस्लामाबाद, 3 अक्तूबर : प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में बिगड़ती कानून व्यवस्था की स्थिति पर गहरी चिंता व्यक्त की और हिंसक विरोध प्रदर्शनों को समाप्त करने के लिए समाधान खोजने हेतु समिति का विस्तार किया।
शरीफ का यह कदम जम्मू-कश्मीर संयुक्त आवामी एक्शन कमेटी (जेकेजेएसी) के तीन दिवसीय बंद के बाद आया है। खबरों के अनुसार, पीओके में चल रहे विरोध प्रदर्शनों में कम से कम छह नागरिक और तीन पुलिसकर्मी मारे गए हैं। स्थानीय अधिकारियों ने बताया कि विरोध प्रदर्शनों में लगभग 172 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं, जिनमें से 12 की हालत गंभीर बताई जा रही है। खबरों के अनुसार, हिंसक विरोध प्रदर्शनों के दौरान लगभग 50 नागरिक भी घायल हुए हैं।
मामले की पारदर्शी जांच के आदेश
प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से जारी एक बयान में कहा गया है कि शरीफ ने विरोध प्रदर्शन के दौरान हुई दुर्भाग्यपूर्ण घटनाओं पर गहरी चिंता व्यक्त की और मामले की पारदर्शी जांच के आदेश दिए। शरीफ ने कानून प्रवर्तन एजेंसियों को प्रदर्शनकारियों से संयम से निपटने का भी निर्देश दिया।
प्रधानमंत्री ने नागरिकों से शांति बनाए रखने की पुरजोर अपील की। उन्होंने अपील की कि शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन प्रत्येक नागरिक का संवैधानिक और लोकतांत्रिक अधिकार है, लेकिन प्रदर्शनकारियों को सार्वजनिक व्यवस्था को बाधित करने से बचना चाहिए।
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