October 10, 2025

भारत-ब्रिटेन मिसाइल सौदा 350 मिलियन पाउंड का

भारत-ब्रिटेन मिसाइल सौदा...

नई दिल्ली, 10 अक्तूबर : भारत और ब्रिटेन ने नई मिसाइलों के लिए 35 करोड़ पाउंड के समझौते की घोषणा की है। वे प्रमुख खनिजों के क्षेत्र में सहयोग करने और भारत में ब्रिटेन स्थित विश्वविद्यालयों के और परिसर खोलने पर भी सहमत हुए हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके ब्रिटिश समकक्ष कीर स्टारमर ने मुंबई में द्विपक्षीय बैठक की, जो जुलाई में मुक्त व्यापार समझौते पर हस्ताक्षर के बाद पहली बैठक थी।

एक दिन पहले मुंबई स्थित यशराज स्टूडियो का दौरा करने वाले स्टारमर ने ब्रिटेन में तीन बॉलीवुड फिल्मों के निर्माण की भी घोषणा की। दोनों नेताओं के बीच बैठक के बाद जारी संयुक्त बयान में ब्रिटेन के वीज़ा नियमों में हाल ही में हुए उन बदलावों का ज़िक्र नहीं किया गया जो भारतीयों को प्रभावित करेंगे।

दोनों देशों ने थेल्स द्वारा निर्मित मार्टलेट नामक हल्के बहुउद्देशीय मिसाइल सिस्टम की आपूर्ति पर सहमति व्यक्त की है। ये मिसाइलें भारतीय सेना की लड़ाकू इकाइयों को दी जाएँगी। इन्हें पैदल सेना, बख्तरबंद वाहनों, हेलीकॉप्टरों और नौसैनिक जहाजों से दागा जा सकता है। ये मिसाइलें 1.5 मैक की गति से 6 किलोमीटर की दूरी तक के लक्ष्यों को भेद सकती हैं। मोदी और स्टार्मर ने नौसैनिक प्लेटफार्मों के लिए विद्युत प्रणालियाँ विकसित करने हेतु एक अंतर-सरकारी समझौते को भी अंतिम रूप दिया।

दोनों देश रक्षा सह-उत्पादन की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं : मोदी

मोदी ने कहा कि दोनों देश रक्षा सह-उत्पादन की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं। दोनों देशों ने सैन्य प्रशिक्षण में सहयोग के लिए एक समझौते पर भी हस्ताक्षर किए। इसके तहत, भारतीय वायु सेना के उड़ान प्रशिक्षक ब्रिटेन की रॉयल एयर फोर्स में प्रशिक्षक के रूप में काम करेंगे। दोनों नेताओं ने पर्यावरण प्रौद्योगिकी और कृत्रिम बुद्धिमत्ता में ‘भारत-ब्रिटेन अपतटीय पवन कार्य बल’ और ‘पर्यावरण प्रौद्योगिकी स्टार्टअप फंड’ के गठन का भी स्वागत किया। इससे पहले, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत और ब्रिटेन स्वाभाविक साझेदार हैं

बातचीत और कूटनीति के माध्यम से शांति बहाली का समर्थन

दोनों नेताओं ने हिंद-प्रशांत, पश्चिम एशिया में शांति एवं स्थिरता तथा यूक्रेन में जारी युद्ध पर भी विचार साझा किए। मोदी ने कहा, “भारत यूक्रेन युद्ध और गाजा के मुद्दों पर बातचीत और कूटनीति के माध्यम से शांति बहाली के सभी प्रयासों का समर्थन करता है। हम हिंद-प्रशांत क्षेत्र में ब्रिटेन के साथ समुद्री सुरक्षा सहयोग बढ़ाने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं।” स्टारमर के साथ 125 ब्रिटिश गणमान्य व्यक्तियों का एक प्रतिनिधिमंडल भी आया है, जिसमें व्यवसायी और शिक्षाविद शामिल हैं।

इस दौरान मोदी ने ‘ग्लोबल फिनटेक फेस्ट 2025’ को संबोधित करते हुए वैश्विक कंपनियों को भारत की विकास गाथा का हिस्सा बनने के लिए आमंत्रित किया और कहा कि देश दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती प्रमुख अर्थव्यवस्था है। उन्होंने कहा कि प्रौद्योगिकी न केवल सुविधा का साधन है, बल्कि समानता का भी माध्यम है। उन्होंने बैंकिंग प्रणाली का उदाहरण देते हुए कहा कि आज डिजिटल भुगतान हर किसी के जीवन का हिस्सा है और इसका श्रेय जनधन, आधार और मोबाइल को जाता है।

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