गाजा (गाजा पट्टी), 11 अक्तूबर : अमेरिका की मध्यस्थता में शुक्रवार को हुए युद्धविराम के प्रभावी होने के बाद, हज़ारों फ़िलिस्तीनी तबाह उत्तरी गाजा पट्टी में लौटने लगे हैं। सभी बंधकों को कुछ ही दिनों में रिहा किया जाना था। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की युद्धविराम योजना के अनुसार, यह सवाल बना हुआ है कि गाजा पर शासन कौन करेगा और क्या इज़राइली सेना के धीरे-धीरे पीछे हटने के साथ हमास को हथियार दिए जाएँगे।
प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने संकेत दिया था कि अगर हमास अपने हथियार नहीं डालता है तो इज़राइल अपना आक्रमण फिर से शुरू कर सकता है। फिर भी, नवीनतम युद्धविराम दो साल से चल रहे विनाशकारी युद्ध को समाप्त करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इस संघर्ष में हजारों फिलिस्तीनी मारे गए हैं तथा गाजा की लगभग दो मिलियन की आबादी का लगभग 90 प्रतिशत हिस्सा विस्थापित हो गया है।
दक्षिणी गाजा के खान यूनिस शहर में, सैकड़ों फ़िलिस्तीनियों को इज़राइली सेना के हटने के बाद नष्ट हुई इमारतें, मलबा और बर्बादी का मंज़र देखने को मिला। खान यूनिस से निकाली गईं फ़ातमा रदवान ने कहा, “कुछ भी नहीं बचा था। सिर्फ़ कुछ कपड़े, लकड़ी के टुकड़े और गमले।” उन्होंने बताया कि लोग अभी भी मलबे के नीचे से शव निकालने की कोशिश कर रहे हैं।
खान यूनिस से विस्थापित हुए हानी ओमरान ने कहा, “हम ऐसी जगह पर आ गए हैं जो पहचान में नहीं आ रही… हर जगह विनाश है।”
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