नई दिल्ली, 11 अक्तूबर : सुबह की भागदौड़ में जब हम खाना नहीं खाते, तो सबसे पहले ओट्स का ख्याल आता है! इसे हेल्दी समझकर हम जल्दी से इसे बनाकर खाते हैं और सोचते हैं कि दिन की अच्छी शुरुआत हो गई। अखबारों से लेकर टीवी तक, इसके फायदों के किस्से हर जगह छाए रहते हैं, लेकिन क्या किसी ने आपको बताया है कि यह “सुपरफूड” हर किसी के लिए नहीं है? आइए इस लेख में इसके पाँच साइड इफेक्ट्स (ओट्स के साइड इफेक्ट्स) के बारे में जानें।
ग्लूटेन एलर्जी वाले लोग
ओट्स ग्लूटेन-मुक्त होते हैं, लेकिन इन्हें अक्सर उन कारखानों में संसाधित किया जाता है जहाँ गेहूँ, जौ और राई भी संसाधित की जाती हैं। इससे ग्लूटेन की मात्रा कम हो सकती है। अगर आपको ग्लूटेन से एलर्जी है या सीलिएक रोग है, तो ओट्स खाने से पेट फूलना और अन्य गंभीर पाचन समस्याएँ हो सकती हैं।
पाचन संबंधी समस्याओं वाले लोग
ओट्स में फाइबर की मात्रा बहुत ज़्यादा होती है। अगर आपका पाचन तंत्र कमज़ोर है या आपको अक्सर गैस, कब्ज़ या पेट फूलने की समस्या रहती है, तो ओट्स आपके लक्षणों को और बिगाड़ सकते हैं। अतिरिक्त फाइबर को पचाने के लिए पेट को ज़्यादा मेहनत करनी पड़ती है, जिससे ये समस्याएँ और बढ़ सकती हैं।
गुर्दे के रोगियों
किडनी की बीमारी वाले लोगों को भी ओट्स से बचना चाहिए। ओट्स में फॉस्फोरस की मात्रा ज़्यादा होती है, जो किडनी के लिए हानिकारक हो सकता है। अगर आपकी किडनी कमज़ोर है, तो फॉस्फोरस शरीर से बाहर नहीं निकल पाता, जिससे कई स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं।
जिन लोगों को पोषण की कमी है
ओट्स में फाइटिक एसिड नामक एक यौगिक होता है। यह आयरन और कैल्शियम जैसे आवश्यक खनिजों के अवशोषण में बाधा डाल सकता है। अगर आप पहले से ही पोषक तत्वों की कमी से पीड़ित हैं, तो रोज़ाना ओट्स खाने से आपकी स्थिति और बिगड़ सकती है।
यदि रक्त शर्करा बनी रहती है
हालाँकि ओट्स को स्वास्थ्यवर्धक माना जाता है, लेकिन कुछ प्रकार के ओट्स में कार्बोहाइड्रेट की मात्रा अधिक होती है। इसके अलावा, लोग अक्सर अपने आहार में चीनी, शहद या मीठे फल शामिल करते हैं, जिससे रक्त शर्करा का स्तर अचानक बढ़ सकता है। अगर आपको मधुमेह है या रक्त शर्करा का स्तर अस्थिर है, तो ओट्स का सेवन करने से पहले डॉक्टर से सलाह लें।
अस्वीकरण: ओट्स एक पौष्टिक आहार है, लेकिन यह जानना ज़रूरी है कि आपके स्वास्थ्य के लिए क्या सही है। अगर आप ऊपर बताई गई किसी भी समस्या से पीड़ित हैं, तो ओट्स को अपने आहार में शामिल करने से पहले किसी आहार विशेषज्ञ या डॉक्टर से सलाह ज़रूर लें।
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