वाशिंगटन, 19 नवम्बर : सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान मंगलवार को सात साल बाद वॉशिंगटन पहुंचे हैं, जहां उनका स्वागत अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ‘स्टेट विजिट’ के रूप में किया। यह विशेष बात है कि क्राउन प्रिंस सऊदी अरब के राज्य प्रमुख नहीं हैं, फिर भी उन्हें इस तरह का सम्मान प्राप्त हुआ।
इससे पहले, ट्रंप ने जनवरी में राष्ट्रपति पद की दूसरी बार शपथ लेने के बाद अपना पहला विदेशी दौरा सऊदी अरब का किया था, जो उनके पहले कार्यकाल में भी हुआ था। जब क्राउन प्रिंस और राष्ट्रपति ट्रंप मंगलवार को व्हाइट हाउस में पत्रकारों के सामने आए, तो कई संवेदनशील सवाल उठे, जिनसे ट्रंप असहज हो गए।
पत्रकार जमाल ख़शोज्जी की हत्या पर सवाल
एक रिपोर्टर ने पत्रकार जमाल ख़शोज्जी की हत्या और अमेरिका में 9/11 के हमलों में सऊदी अरब की संभावित भूमिका के बारे में सवाल किया, जिससे ट्रंप की नाराजगी स्पष्ट हो गई। यह घटना दर्शाती है कि अंतरराष्ट्रीय संबंधों में संवेदनशील मुद्दों पर चर्चा करना कितना चुनौतीपूर्ण हो सकता है, विशेषकर जब बात सऊदी अरब जैसे महत्वपूर्ण सहयोगी देश की हो।
व्यापारिक संबंधों पर सवाल उठाने पर नाराजगी
ट्रंप ने सऊदी अरब के साथ अपने व्यापारिक संबंधों पर सवाल उठाने पर नाराजगी जताई और एबीसी की रिपोर्टर को फेक न्यूज़ का आरोप लगाया। जब एबीसी की पत्रकार मैरी ब्रूस ने 11 सितंबर 2001 को अमेरिका पर हुए हमले में सऊदी अरब की संभावित भूमिका के बारे में प्रश्न किया, तो ट्रंप ने पहले रिपोर्टर से उनके मीडिया संगठन का नाम पूछा। जैसे ही ब्रूस ने एबीसी का नाम लिया, ट्रंप ने तुरंत प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि यह फेक न्यूज़ है और एबीसी को सबसे खराब मीडिया संगठनों में से एक करार दिया।
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