पर्थ, 21 नवम्बर : ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच शुक्रवार से शुरू हो रही एशेज सीरीज़ से पहले एक बड़ा सवाल यह है कि क्या इंग्लैंड ऑस्ट्रेलियाई धरती पर खिताबी सूखे को खत्म कर पाएगा। ऑस्ट्रेलिया में पिछले 15 टेस्ट मैचों में से इंग्लैंड ने 13 हारे हैं और दो ड्रॉ रहे हैं, जबकि एक भी नहीं जीता है। इंग्लैंड ने आखिरी बार 2010-11 में ऑस्ट्रेलिया को 3-1 से हराया था। अगले सात हफ्तों में पांच शहरों का दौरा करने वाली एशेज सीरीज़ से पहले कई बड़े सवाल उठ रहे हैं।
क्या सीनियर और प्रमुख खिलाड़ियों के बिना खेल रही ऑस्ट्रेलियाई टीम 2010-11 से घरेलू धरती पर अपना अजेय सफर जारी रख पाएगी? क्या बेन स्टोक्स ऑस्ट्रेलियाई धरती पर लंबे समय बाद इंग्लैंड को एशेज दिला पाएंगे?
कमिंस-हेजलवुड पहला टेस्ट नहीं खेलेंगे: कप्तान पैट कमिंस और तेज गेंदबाज जोश हेजलवुड चोट के कारण पहला टेस्ट नहीं खेल पाएंगे। ऐसे में मिशेल स्टार्क और नाथन लियोन पर जिम्मेदारी बढ़ जाएगी। ब्रेंडन डॉगेट तेज गेंदबाज स्कॉट बोलैंड के साथ टेस्ट क्रिकेट में डेब्यू/ओपनिंग कर सकते हैं। इंग्लैंड टीम में तेज गेंदबाजी की कमान जोफ्रा आर्चर संभालेंगे, जिनका साथ मार्क वुड देंगे। स्टोक्स खुद भी गेंदबाजी करेंगे और ब्रायडन कैरस और गस एटकिंसन को भी मौका मिल सकता है।
यह प्रतिद्वंद्विता क्यों विशेष है
– 1993 में शेन वॉर्न ने ओल्ड ट्रैफर्ड में एशेज में अपनी पहली ही गेंद पर माइक गैटिंग को बोल्ड कर दिया था। इस गेंद ने, जो काफ़ी टर्न लेती थी, बाद में बॉल ऑफ़ द सेंचुरी चुनी गई।
– ऑस्ट्रेलिया ने 2017 से एशेज ट्रॉफी पर कब्जा रखा है। इंग्लैंड को इसे वापस पाने के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना होगा।
– इंग्लैंड ने 2011 के बाद से ऑस्ट्रेलिया में कोई टेस्ट मैच नहीं जीता है। उन्होंने ऑस्ट्रेलिया में अपनी आखिरी सीरीज भी 2011 में ही जीती थी।

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