नई दिल्ली, 21 नवम्बर : कुछ हफ़्ते पहले लाल किले के पास हुए विस्फोट के बाद पहली बार, ऐतिहासिक लाल किला किसी बड़े धार्मिक-सांस्कृतिक आयोजन की मेज़बानी के लिए पूरी तरह तैयार है। दिल्ली सरकार नौवें सिख गुरु, गुरु तेग बहादुर जी की 350वीं शहादत की वर्षगांठ के उपलक्ष्य में 23 नवंबर से 25 नवंबर तक तीन दिवसीय कीर्तन दरबार का आयोजन कर रही है।
अतिरिक्त सुरक्षा बल तैनात
इस आयोजन में 50,000 से ज़्यादा श्रद्धालुओं के शामिल होने की उम्मीद है। विस्फोट की ताज़ा यादों और भारी भीड़ को ध्यान में रखते हुए, दिल्ली पुलिस ने सुरक्षा के कड़े इंतज़ाम किए हैं। लाल किला परिसर और आसपास के इलाकों में अतिरिक्त सुरक्षा बल तैनात किए जाएँगे। ड्रोन निगरानी, मेटल डिटेक्टर, चेहरे की पहचान करने वाले कैमरे और कमांडो दस्तों की तैनाती सहित बहुस्तरीय सुरक्षा उपाय किए जाने की उम्मीद है।
वीवीआईपी उपस्थित रहेंगे
इस कार्यक्रम में विभिन्न देशों के कई प्रमुख वीवीआईपी अतिथियों के शामिल होने की उम्मीद है। दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (डीएसजीएमसी) के सचिव जसमीत सिंह नोनी ने बताया कि अध्यक्ष द्रौपदी मुर्मू, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और कई केंद्रीय मंत्रियों और वरिष्ठ नेताओं के शामिल होने की उम्मीद है।
देश-विदेश के प्रसिद्ध रागी जत्थे कीर्तन दरबार में भाग लेंगे और दिन-रात अखंड पाठ एवं कीर्तन का आयोजन होगा। भव्य आयोजन के लिए लाल किले के अंदर विशेष पंडाल, एलईडी स्क्रीन और लंगर की व्यवस्था की जा रही है।
दिल्ली सरकार और दिल्ली गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी मिलकर सभी इंतजाम कर रही है। सुरक्षा कारणों से लाल किला मेट्रो स्टेशन पर अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया जाएगा और कुछ रूटों पर यातायात डायवर्ट भी किया जा सकता है।
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