नई दिल्ली, 2 दिसम्बर : कांग्रेस ने नए मोबाइल हैंडसेट में संचार साथी ऐप पहले से इंस्टॉल करने संबंधी दूरसंचार विभाग के आदेश को असंवैधानिक करार देते हुए खारिज कर दिया है। पार्टी ने इसे तुरंत वापस लेने की मांग की है। कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कहा कि निजता का अधिकार जीवन और स्वतंत्रता के मौलिक अधिकार का एक अंतर्निहित हिस्सा है।
भारतीय पर नज़र रखने का एक दमनकारी उपकरण
वेणुगोपाल ने कहा, “बिग ब्रदर हमें नहीं देख सकता। दूरसंचार विभाग का यह निर्देश असंवैधानिक है। निजता का अधिकार संविधान के अनुच्छेद 21 में निहित जीवन और स्वतंत्रता के मौलिक अधिकार का एक अंतर्निहित हिस्सा है।” वेणुगोपाल ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, “एक प्री-लोडेड सरकारी ऐप जिसे अनइंस्टॉल नहीं किया जा सकता, हर भारतीय पर नज़र रखने का एक दमनकारी उपकरण है। यह हर नागरिक की हर गतिविधि, बातचीत और फैसले पर नज़र रखने का एक ज़रिया है।”
उन्होंने आरोप लगाया कि यह कदम भारतीय नागरिकों के संवैधानिक अधिकारों पर “लगातार हमलों” की एक लंबी श्रृंखला का हिस्सा है, जिसे किसी भी कीमत पर जारी नहीं रहने दिया जाएगा। कांग्रेस नेता ने कहा, “हम इस निर्देश का विरोध करते हैं और इसे तुरंत वापस लेने की मांग करते हैं।” वेणुगोपाल ने मोबाइल हैंडसेट में संचार साथी ऐप को पहले से इंस्टॉल करने के संबंध में दूरसंचार साइबर सुरक्षा नियम, 2024 (संशोधित) के तहत दूरसंचार विभाग के निर्देश को भी साझा किया, ताकि उनकी वास्तविकता की जांच की जा सके।
संचार साथी ऐप इंस्टॉल करने के निर्देश
गौरतलब है कि दूरसंचार विभाग ने 28 नवंबर को जारी अपने आदेशों में निर्देश दिया है कि भारत में मोबाइल फोन बनाने वाली या फोन आयात करने वाली कंपनियों को 90 दिनों के भीतर संचार साथी ऐप पहले से इंस्टॉल करना होगा। इन निर्देशों का पालन न करने पर दूरसंचार अधिनियम, 2023, दूरसंचार साइबर सुरक्षा नियम, 2024 (संशोधित) और अन्य लागू कानूनों के तहत कार्रवाई की जाएगी।
यह भी देखें : पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना, बहन रेहाना और भतीजी ट्यूलिप सिद्दीकी को अदालत ने सुनाई सजा

More Stories
इंडिगो ने अपनी उड़ानों में 10 प्रतिशत की कटौती का आदेश दिया है
अपने सर्वोच्च स्तर पर पहुंची चांदी की कीमतों ने बनाया नया रिकार्ड
लापता जावेद खातून की हत्या में सनसनीखेज खुलासा, दोस्त ही कातिल