December 17, 2025

अब 80 की स्पीड पर भी आपका टोल काट देगा ए.आई.

अब 80 की स्पीड पर भी आपका...

नई दिल्ली, 17 दिसम्बर : केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने बुधवार को राज्यसभा को सूचित किया कि मल्टी-लेन फ्री फ्लो (एमएलएफएफ) टोल प्रणाली और एआई-आधारित राजमार्ग प्रबंधन का काम 2026 के अंत तक पूरे देश में पूरा हो जाएगा। इन तकनीकों के लागू होने के बाद वाहन चालकों को टोल प्लाजा पर इंतजार नहीं करना पड़ेगा। प्रश्नकाल के दौरान प्रश्नों का उत्तर देते हुए सड़क परिवहन मंत्री ने कहा कि यह नई तकनीक कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) पर आधारित होगी, जिससे ईंधन में 1,500 करोड़ रुपये की बचत होगी और सरकारी राजस्व में 6,000 करोड़ रुपये की वृद्धि होगी।

एमएलएफएफ फास्टैग की जगह ले लेगा

गडकरी ने सदन में कहा, “मल्टी-लेन फ्री फ्लो टोल (एमएलएफएफ) एक बहुत अच्छी सुविधा है। पहले टोल चुकाने में 3 से 10 मिनट लगते थे, लेकिन फास्टैग के कारण अब यह समय घटकर 60 सेकंड या उससे भी कम हो गया है, जिससे हमारे राजस्व में कम से कम 5,000 करोड़ रुपये की वृद्धि हुई है। अब जब एमएलएफएफ फास्टैग की जगह ले लेगा, तो गाड़ियां 80 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से टोल पार कर सकेंगी और किसी को रोका नहीं जाएगा।”

एआई और फास्टैग के माध्यम से नंबर प्लेट की होगी पहचान

उन्होंने आगे कहा कि हमारा प्रयास टोल के लिए लगने वाले प्रतीक्षा समय को ‘शून्य मिनट’ तक कम करना है, जिसमें सैटेलाइट, एआई और फास्टैग के माध्यम से नंबर प्लेट की पहचान की जाएगी। मंत्री ने सदस्यों को बताया कि 2026 तक हम इस कार्य को शत प्रतिशत पूरा कर लेंगे। एक बार यह कार्य पूरा हो जाने पर टोल चोरी समाप्त हो जाएगी और लोगों को टोल प्लाजा पर इंतजार नहीं करना पड़ेगा। उन्होंने स्पष्ट किया कि नई तकनीक निश्चित रूप से लोगों की मदद करेगी और यात्रा का समय कम करेगी।

गडकरी ने यह भी कहा कि सरकार केवल राष्ट्रीय राजमार्गों के लिए जिम्मेदार है, राज्य राजमार्गों या शहरी सड़कों के लिए नहीं। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया पर कभी-कभी राज्य सड़कों की समस्याओं को राष्ट्रीय राजमार्गों की समस्याओं के रूप में पेश किया जाता है। अंत में उन्होंने कहा कि हम इस व्यवस्था को पारदर्शी और भ्रष्टाचार मुक्त बनाने का प्रयास कर रहे हैं।

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