October 7, 2025

भारत ने पुतिन-ट्रंप मुलाकात का स्वागत किया, क्या टैरिफ से मिलेगी राहत?

भारत ने पुतिन-ट्रंप मुलाकात का स्वागत किया...

नई दिल्ली, 10 अगस्त : भारत ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच 15 अगस्त को अलास्का में होने वाली मुलाकात का स्वागत किया है। भारत ने यह भी कहा है कि वह इस बैठक में अपने स्तर पर मदद के लिए तैयार है। भारत का यह बयान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति पुतिन के बीच टेलीफोन पर हुई बातचीत के बाद आया है। दोनों नेताओं के बीच शुक्रवार को टेलीफोन पर बातचीत हुई थी।

उसी दिन, अमेरिका और रूस इस बात पर सहमत हुए कि उनके नेता यूक्रेन युद्ध को समाप्त करने के लिए आमने-सामने मिलेंगे। यूक्रेन संघर्ष पर अमेरिका और रूस के बीच हुए इस समझौते का असर अमेरिका द्वारा उस पर लगाए जाने वाले करों पर भी पड़ेगा।

रूसी तेल ख़रीदने के कारण भारत पर लगाए टैरिफ़

इस तरह के समझौते के बाद, रूसी तेल ख़रीदने के कारण भारत पर लगाए गए ट्रंप के 25 प्रतिशत अतिरिक्त टैरिफ़ को हटाने का रास्ता साफ़ हो जाएगा। राष्ट्रपति ट्रंप ने पहले 25 प्रतिशत का एकसमान कर लगाया था। इसके बाद, उन्होंने रूस से तेल ख़रीदने का आरोप लगाते हुए 25 प्रतिशत का अतिरिक्त कर लगा दिया। भारत ने इन दोनों फ़ैसलों का काफ़ी कड़े शब्दों में विरोध किया था। ट्रंप ने रूस से तेल ख़रीदने पर लगाए गए कर से संबंधित जिस विधेयक पर हस्ताक्षर किए हैं, उसमें इस बात का ज़िक्र है कि रूस और अमेरिका के बीच सुलह होने की स्थिति में अतिरिक्त कर में संशोधन किया जा सकता है।

भारतीय विदेश मंत्रालय ने शनिवार को कहा, “हम अलास्का में 15 अगस्त की बैठक के लिए अमेरिका और रूस के बीच बनी सहमति का स्वागत करते हैं। यह बैठक यूक्रेन में चल रहे संघर्ष के अंत और शांति के रास्ते खुलने की उम्मीद जगाती है। जैसा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कई बार कह चुके हैं, यह युद्ध का समय नहीं है। इसलिए भारत इस बैठक का स्वागत करता है और अपनी ओर से इस प्रयास में मदद के लिए तैयार है।”

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