सूरजपुर, 17 अगस्त : मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। एक मास्टर दो स्कूलों में नौकरी कर रहा था। इतना ही नहीं, मास्टर के पास दोनों राज्यों के निवास प्रमाण पत्र भी हैं। लेकिन ये कैसे संभव है? आइए इस रिपोर्ट में जानते हैं।
मास्टर का नाम राजेश कुमार वैश्य है, वह छत्तीसगढ़ के बिहारपुर स्थित स्वामी आत्मानंद विद्यालय में पढ़ाते हैं। इसके साथ ही वह मध्य प्रदेश के सिंगरौली स्थित मकरोहर सरकारी स्कूल में तैनात हैं। राजेश कुमार वैश्य एक सामाजिक विज्ञान शिक्षक हैं और दोनों राज्यों के स्कूलों में कार्यरत हैं। वह नवंबर 2022 से अपनी पहचान छिपाकर दोनों राज्यों के अलग-अलग स्कूलों में बच्चों को पढ़ा रहे हैं।
दोनों राज्यों से निवास प्रमाण पत्र प्राप्त किया
आपको बता दें कि मकरोहर गाँव मध्य प्रदेश के सिंगरौली जिले का आखिरी गाँव है और जिले के बिहारपुर से सटा हुआ है। मकरोहर के ग्रामीण अक्सर अपनी दैनिक ज़रूरतों का सामान खरीदने बिहारपुर आते हैं। इसी का फ़ायदा उठाते हुए मकरोहर निवासी राजेश कुमार ने अपनी पहुँच के ज़रिए मकरोहर गाँव मध्य प्रदेश के साथ-साथ छत्तीसगढ़ की बिहारपुर तहसील का भी निवास प्रमाण पत्र हासिल कर लिया है। मकरोहर मध्य प्रदेश में शिक्षक के पद पर कार्यरत रहते हुए, वे नवंबर 2022 से बिहारपुर स्थित स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी एवं हिंदी माध्यम स्कूल में भी तैनात हैं।
जानकारी के अनुसार, मकरोहर गाँव स्थित हायर सेकेंडरी स्कूल सुबह 10.30 बजे से शाम 4 बजे तक चलता है। इसके साथ ही, बिहारपुर स्थित स्वामी आत्मानंद स्कूल दो पालियों में चलता है। पहली पाली सुबह 8 बजे से 11.45 बजे तक चलती है।
ग्रामीणों का कहना है कि वह सुबह 8 बजे स्वामी आत्मानंद स्कूल में जाता है। दोपहर में वह मकरोहर गाँव स्थित उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में जाता है और उपस्थिति रजिस्टर में अपनी उपस्थिति भी दर्ज कराता है। स्थानीय होने के कारण स्कूल के प्रधानाचार्य और अन्य शिक्षक चुप्पी साधे रहते हैं।

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