वाशिंगटन, 22 अगस्त : अमेरिका और चीन में जिस चिप के लिए हुआ था ट्रेड वॉर, एनवीडिया ने रोक दिया उसका प्रोडक्शन नई दिल्ली: दुनिया सबसे वैल्यूएबल कंपनी एनवीडिया ने एच 20 चिप का प्रोडक्शन रोक दिया है। चीन ने अपनी टेक कंपनियों को यह चिप खरीदने से मना कर दिया था। यह वही चिप है जिसे लेकर अमेरिका और चीन में ठनी हुई थी। हाल में अमेरिका ने इस चिप को चीन की बिक्री को हरी झंडी दी थी।
लेकिन राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप यह शर्त रखी थी कि चीन को एक्सपोर्ट से होने वाली कमाई का 15 सरकार को देना होगा। इससे पहले अमेरिका ने सुरक्षा चिंताओं के चलते चीन को एनवीडिया के एच 20 चिप की बिक्री रोक दी थी। इनका यूज आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस एप्लिकेशंस में किया जाता है। साल 2023 में बाइडन सरकार ने चीन को चिप की बिक्री पर रोक लगा दी थी। इसके बाद एनवीडिया ने एच 20 चिप को खासकर चीन के बाजार के लिए विकसित किया था। लेकिन ट्रंप सरकार ने भी इस साल अप्रैल में इसकी बिक्री रोक दी थी। इसके बाद एनवीडिया के सीईओ जेंसन हुआंग ने चीन को इस चिप की बहाली के लिए कई महीनों तक लॉबिंग की थी।
एनवीडिया ने एच20 का सप्लाई रोकने को कहा
इसी सिलसिले में वह कुछ समय पहले ट्रंप से मिले थे। इसके बाद ट्रंप ने चीन को इस चिप की बिक्री को हरी झंडी देते हुए इसे पुराना बताया था। लेकिन अब चीन में इस चिप को लेने से मना कर दिया है।जानकारी के मुताबिक एनवीडिया ने अपने सप्लायरों से एच20 का सप्लाई रोकने को कहा है। कंपनी के सप्लायरों में अमेरिका की अमकोर टेक्नोलॉजी और दक्षिण कोरिया की सैमसंग इलेक्ट्रॉनिक्स शामिल है।
साथ ही फॉक्सकॉन को भी एसेंबली लाइन रोकने को कहा गया है। चीन ने अपनी बड़ी टेक कंपनियों टेनसेंट, बाइटडांस और अलीबाबा को एच20 के ऑर्डर सस्पेंड करने को कहा है। चीनी रेगुलेटर्स को डर है कि इनसे सूचना लीक होने का डर है। साथ ही इन चिप्स को दूर से एक्सेस किया जा सकता है।
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