संगरूर, 17 मार्च : शहर के काली माता मंदिर में आयोजित शिविर के दौरान गंजेपन का इलाज करा रहे लोगों में आंखों के संक्रमण के मामलों की बढ़ती संख्या रुकने का नाम नहीं ले रही है। रविवार रात से सोमवार सुबह तक आपातकालीन वार्ड में आंखों के संक्रमण से पीडि़त मरीजों की संख्या 65 को पार कर गई है।
आंखों में जलन, दर्द की समस्या
मरीजों को जलन, तेज दर्द, आंखों से पानी आना और खुजली की समस्या हो रही थी। आपातकालीन वार्ड सहित ओपीडी में आंखों की समस्या से पीडि़त मरीजों की संख्या बढ़ रही है।
इस बीच, सोमवार को सिविल सर्जन डॉ. संजय कामरा भी अस्पताल पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया। आपातकालीन वार्ड में नेत्र विशेषज्ञों को भी तैनात किया गया था ताकि मरीजों को तुरंत इलाज दिया जा सके।
गंजापन की दवा से फैला संक्रमण : सिविल सर्जन
सिविल सर्जन डॉ. संजय कामरा का कहना है कि यह मामला पहली बार प्रकाश में आया है। किसी ने गंजापन दूर करने की दवा लगाने के बहाने शहर में कैंप लगा दिया और इस दवा से लोगों की आंखों में संक्रमण हो गया। उन्होंने कहा कि इस शिविर के लिए स्वास्थ्य विभाग से कोई अनुमति नहीं ली गई थी।
हालांकि, स्वास्थ्य विभाग से अनुमति केवल आंखों की जांच या कॉन्टैक्ट लेंस लगाने या रक्तदान शिविर आयोजित करने के लिए ही आवश्यक है।
इसलिए स्वास्थ्य विभाग को इस गंजेपन की दवा उपलब्ध कराने के लिए आयोजित शिविर के बारे में कोई जानकारी नहीं है।
उधर, सिविल अस्पताल पहुंचे डीएसपी संजीव सिंगला का कहना है कि पीडि़तों के बयान दर्ज होने के बाद ही कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
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