नई दिल्ली, 8 सितंबर : नेपाल सरकार द्वारा राजधानी काठमांडू घाटी समेत कई सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर प्रतिबंध लगाए जाने से नाराज युवाओं ने सोमवार को नेपाल की संसद में घुसकर विरोध जताया। इस दौरान पुलिस की गोलीबारी में 10 प्रदर्शनकारियों की मौत हो गई ।
गोली लगने से तीन पत्रकार घायल
पुलिस ने पूरे इलाके में कर्फ्यू लगा दिया है। नेपाली अखबार रिपब्लिका के मुताबिक, युवा प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए पुलिस द्वारा हवा में फायरिंग और दर्जनों रबर की गोलियों का इस्तेमाल करने से कम से कम एक व्यक्ति की मौत हो गई, तीन पत्रकार घायल हो गए और सैकड़ों अन्य घायल हो गए। जानकारी के मुताबिक, एक पत्रकार श्याम श्रेष्ठ को भी गोली लगी है और उनका इलाज सिविल अस्पताल में चल रहा है। हालात बिगड़ते देख सेना ने मोर्चा संभाल लिया है और प्रदर्शनकारियों को हटाना शुरू कर दिया है।
इस बीच, प्रदर्शनकारियों ने पुलिस बैरिकेड्स तोड़ दिए और गेट पर चढ़कर न्यू बानेश्वर स्थित संघीय संसद परिसर में घुस गए। प्रदर्शनकारियों ने पहले शांति बनाए रखने का वादा किया था, लेकिन पुलिस ने उन्हें तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस और पानी की बौछारों का इस्तेमाल किया। इसके बाद स्थिति बेकाबू हो गई।
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री केपी ओली की सरकार ने 4 सितंबर को फेसबुक, इंस्टाग्राम, यूट्यूब, व्हाट्सएप, रेडिट और एक्स समेत 26 सोशल मीडिया ऐप पर प्रतिबंध लगा दिया था।

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