नई दिल्ली, 16 सितंबर : राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प द्वारा 27 अगस्त से रूसी तेल खरीद पर नई दिल्ली पर टैरिफ लगाए जाने के बाद पहली बार भारत और अमेरिका आमने-सामने व्यापार वार्ता करेंगे। अमेरिकी व्यापार अधिकारियों का एक प्रतिनिधिमंडल मंगलवार को नई दिल्ली पहुँच रहा है। उनका नेतृत्व दक्षिण और मध्य एशिया के लिए सहायक अमेरिकी व्यापार प्रतिनिधि ब्रैंडन लिंच करेंगे।
किन मुद्दों पर चर्चा होगी?
अधिकारियों ने कहा, “हम व्यापार वार्ता के भविष्य पर चर्चा करेंगे।” बैठक केवल व्यापार संबंधी मुद्दों पर केंद्रित होगी और प्रस्तावित द्विपक्षीय व्यापार समझौते (बीटीए) पर आगे कोई बातचीत शामिल नहीं होगी। यह कदम पिछले हफ्ते ट्रंप के उस बयान के बाद उठाया गया है जिसमें उन्होंने अधिक समझौतावादी रुख अपनाया था और व्यापार समझौते को अंतिम रूप देने के प्रति आशा व्यक्त की थी।
यह वार्ता अगस्त में होनी थी।
अमेरिकी व्यापार प्रतिनिधिमंडल को बीटीए पर छठे दौर की वार्ता के लिए 25-29 अगस्त तक भारत का दौरा करना था, लेकिन अमेरिका द्वारा भारत पर 50% का भारी शुल्क लगा दिए जाने के बाद इसे स्थगित कर दिया गया, जिसमें से 25% रूस से तेल खरीद पर दंडात्मक शुल्क है।
तब से, दोनों पक्ष साप्ताहिक आधार पर वर्चुअल बैठकें कर रहे हैं। यह दिन भर चलने वाली बैठक अगले औपचारिक दौर की वार्ता की पूर्वसूचना होगी, जो चर्चा के परिणाम पर निर्भर करेगी।
अधिकारियों का कहना है, “यह वार्ता का आधिकारिक ‘दौर’ नहीं है, लेकिन इसमें निश्चित रूप से व्यापार वार्ता पर चर्चा होगी और यह देखने का प्रयास किया जाएगा कि हम भारत और अमेरिका के बीच किस प्रकार किसी समझौते पर पहुंच सकते हैं।”
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