November 20, 2025

हुसैनपुर गांव के शिंदरपाल ने केबीसी में जीते 50 लाख

हुसैनपुर गांव के शिंदरपाल ने ...

लांबड़ा, 19 सितंबर : जिले के गांव हुसैनपुर के एक युवा कारपेंटर ने टीवी कार्यक्रम कौन बनेगा करोड़पति में भाग लेकर 50 लाख रुपये जीतकर गांव और क्षेत्र का नाम रोशन किया है। कारपेंटर का काम करने वाले शिंदरपाल उर्फ ​​सोनू पिछले 6 वर्षों से कौन बनेगा करोड़पति कार्यक्रम में प्रवेश करने का प्रयास कर रहे थे और इस बार उन्होंने इसमें प्रवेश करने में सफलता प्राप्त की। अपनी सफलता के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा कि उनका जन्म गांव हुसैनपुर में एक गरीब परिवार में हुआ था।

12वीं कक्षा तक की शिक्षा

उनके पिता मजदूरी करते थे। परिवार की आर्थिक स्थिति खराब होने के कारण वे उच्च शिक्षा प्राप्त नहीं कर सके। कठिनाइयों के कारण, उन्होंने राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय लांबड़ा से 12वीं कक्षा तक की शिक्षा पूरी की। परिवार में अधिक भाई-बहन होने के कारण, उन्हें जीविकोपार्जन के लिए बढ़ई का काम सीखना पड़ा, जिसके कारण वे आगे की पढ़ाई नहीं कर सके। उनके दो बच्चे हैं, जिनके भविष्य के लिए वे दिन-रात मेहनत करते हैं ताकि वे उच्च शिक्षा प्राप्त कर सकें। उन्होंने बताया कि वह कई वर्षों से कौन बनेगा करोड़पति कार्यक्रम देख रहे थे और पिछले छह वर्षों में उन्होंने इस कार्यक्रम में भाग लेने के लिए कई प्रयास किए लेकिन असफल रहे।

किताबें पढ़नी शुरू कीं और दिन-रात मेहनत की

हर बार वह कुछ नया सीखकर घर लौटते, फिर उन्होंने किताबें पढ़नी शुरू कीं और दिन-रात मेहनत की। आखिरकार वह दिन आ ही गया जब कड़ी मेहनत के बल पर सफलता मिली और उन्हें कौन बनेगा करोड़पति कार्यक्रम में जाने का अवसर मिला। शिंदरपाल ने कहा कि यह उनके जीवन का सबसे बड़ा अवसर था जिसमें वह जीतकर अपने बच्चों को उच्च शिक्षा और बेहतर भविष्य दे सके। कार्यक्रम में उनसे 15 प्रश्न पूछे गए, जिनमें से 12वां प्रश्न उनके लिए काफी कठिन था, जिसका उन्हें अफसोस है क्योंकि उन्होंने अपनी एक हेल्पलाइन भी खो दी, लेकिन ईश्वर जो करता है अच्छे के लिए करता है।

उन्होंने 15वें प्रश्न पर ही खेल छोड़ने का फैसला कर लिया था। शिंदरपाल की पत्नी रेणु बाला ने कहा कि उनके पति की कड़ी मेहनत ही उनकी जीत का कारण थी। घर में आर्थिक तंगी के कारण मजदूरी करके गुजारा करना बहुत मुश्किल था। वह दिन-रात अपने बच्चों के भविष्य को लेकर चिंतित रहती थीं, और आज अपने पति की कड़ी मेहनत और संघर्ष से उन्होंने जीत हासिल कर ली है।

यह सपना भी साकार हो गया है कि अब उनके बच्चे भविष्य में अच्छे कॉलेजों में दाखिला लेकर उच्च शिक्षा प्राप्त करेंगे। शिंदरपाल की जीत से उनके समाज, गाँव और स्थानीय निवासियों में खुशी का माहौल है।

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