October 6, 2025

युद्ध के दौरान यूक्रेन में बड़ा उलटफेर, जेलेंस्की ने यूलिया को बनाया पीएम

युद्ध के दौरान यूक्रेन में बड़ा उलटफेर...

कीव, 15 जुलाई : रूस के साथ युद्ध के दौरान यूक्रेन में भारी उथल-पुथल मची है। राष्ट्रपति वोलोदिमीर ज़ेलेंस्की ने उप-प्रधानमंत्री यूलिया स्विरिडेंको को प्रधानमंत्री नियुक्त किया है। यूलिया अपने बॉस डेनिस शमिहाल की जगह लेंगी। डेनिस 2020 में प्रधानमंत्री चुने गए थे और युद्ध के दौरान भी पिछले 3 सालों से इस पद पर कार्यरत हैं।

यूरो न्यूज़ के अनुसार, सोमवार (14 जुलाई) को एक बैठक के बाद, ज़ेलेंस्की ने प्रधानमंत्री पद के लिए यूलिया के नाम की घोषणा की। प्रधानमंत्री ने कहा कि हमने कार्यकारी पदों में बदलाव शुरू कर दिए हैं। इसका असर आने वाले समय में दिखाई देगा।

कौन हैं यूलिया, जिन्हें मिली पीएम की कुर्सी?

39 साल की यूलिया को ज़ेलेंस्की का करीबी माना जाता है। अर्थशास्त्र की पढ़ाई पूरी करने के बाद यूलिया राजनीति में आईं। 2008 में यूलिया ने कीव यूनिवर्सिटी से अर्थशास्त्र में ग्रेजुएशन की डिग्री हासिल की। यूक्रेन में यूलिया को अर्थशास्त्री के तौर पर भी जाना जाता है। साल 2020 में यूलिया राष्ट्रपति पद पर आसीन हुईं। ज़ेलेंस्की ने उन्हें खनिज सौदों पर अमेरिका से बातचीत करने का अधिकार भी दिया। यूलिया ने यह काम बखूबी निभाया। साल 2021 में यूलिया को डिप्टी पीएम का पद मिला।

यूलिया को प्रधानमंत्री की कुर्सी क्यों मिली?

रूस से युद्ध के कारण सरकारी कार्यकारिणी में फेरबदल नहीं हो पाया। ज़ेलेंस्की डेनिस को हटाने के लिए कोई नया उम्मीदवार नहीं ढूँढ पाए। यूलिया इस पद के लिए उपयुक्त हैं। एक तो यूलिया यूक्रेन की उप-प्रधानमंत्री थीं। दूसरे, उनके हाथ भी साफ़ हैं। इसीलिए ज़ेलेंस्की ने प्रधानमंत्री का पद यूलिया को सौंप दिया है।

रूसी आक्रमण के कारण यूक्रेन मुश्किल में है। उसे अमेरिकी मदद की सख्त ज़रूरत है। अमेरिका मदद की बात तो कर रहा है, लेकिन ज़मीनी स्तर पर इसका कोई असर नहीं दिख रहा है। यूलिया के ज़रिए यूक्रेनी राष्ट्रपति अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को रिझाने की कोशिश कर रहे हैं।

यूलिया के प्रधानमंत्री बनने के बाद क्या होगा?

ज़ेलेंस्की ने यूलिया को नामित किया है, लेकिन उनके नाम को यूक्रेनी संसद की मंज़ूरी मिलना ज़रूरी है। संसद की एक बैठक हो सकती है जिसमें यूलिया के नाम को औपचारिक रूप से मंज़ूरी मिल जाएगी। प्रधानमंत्री बनने के बाद यूलिया का पहला प्रयास अमेरिका के साथ बिगड़ते संबंधों को सुधारना होगा। यूक्रेन का वर्तमान में अमेरिका में कोई राजदूत नहीं है। उनकी नियुक्ति में भी यूलिया की भूमिका होगी।

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