चंडीगढ़/नई दिल्ली, 17 सितंबर : हाल ही में आई बाढ़ से पंजाब के 2185 गांवों में लगभग 5 लाख एकड़ फसल पूरी तरह बर्बाद हो गई है। इस हालात का हवाला देते हुए पंजाब के कृषि मंत्री श्री गुरमीत सिंह खुड्डियाँ ने केंद्र सरकार से अपील की है कि सरहदी जिलों की कृषि भूमि को सिल्ट से मुक्त कराने के लिए राष्ट्रीय कृषि विकास योजना (आरकेवीवाई) के तहत 151 करोड़ रुपये अतिरिक्त सहायता के रूप में तुरंत जारी किए जाएँ।
नई दिल्ली स्थित पूसा भवन में केंद्रीय कृषि मंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान की अध्यक्षता में आयोजित राष्ट्रीय कृषि सम्मेलन–2025 (रबी सीजन फसलें) को संबोधित करते हुए खुड्डियाँ ने कहा कि बाढ़ से राज्य की कृषि भूमि और खड़ी फसलों को भीषण नुकसान पहुँचा है। अमृतसर, गुरदासपुर, तरनतारन, पठानकोट, कपूरथला, फाजिल्का और फिरोज़पुर जैसे सरहदी जिले सबसे अधिक प्रभावित हुए हैं, जहाँ खेतों में 5–5 फुट तक सिल्ट और रेत जम गई है।
पंजाबियों ने हमेशा संकट की घड़ी में पूरे देश की मदद
उन्होंने कहा कि पंजाबियों ने हमेशा संकट की घड़ी में पूरे देश की मदद की है, अब केंद्र को भी आगे आकर पंजाब की इस आपदा से उबरने में सहयोग करना चाहिए। खुड्डियाँ ने ज़ोर दिया कि परिस्थितियों की गंभीरता को देखते हुए आरकेवीवाई की डीपीआर श्रेणी के तहत यह फंड तत्काल जारी होना चाहिए, ताकि किसानों को राहत मिल सके और कृषि अर्थव्यवस्था को फिर से पटरी पर लाया जा सके।
पंजाब के कैबिनेट मंत्री ने यह भी मांग रखी कि प्रभावित किसानों को 2 लाख क्विंटल गेहूँ का प्रमाणित बीज उपलब्ध कराने के लिए सीड विलेज प्रोग्राम के तहत 80 करोड़ रुपये जारी किए जाएँ। इसके अलावा राष्ट्रीय खाद्य मिशन के तहत गेहूँ के बीज हेतु अलग से 25 लाख रुपये जारी किए जाएँ। श्री खुड्डियाँ ने श्री चौहान से 637 क्विंटल सरसों और 375 क्विंटल काले चने का प्रमाणित बीज भी प्राथमिकता के आधार पर उपलब्ध करवाने की अपील की।
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