चंडीगढ़, 30 दिसम्बर : पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने पांच सिंह साहिबों द्वारा राज्य सरकार को धार्मिक मामलों में हस्तक्षेप न करने की चेतावनी दिए जाने के बाद शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) और शिरोमणि अकाली दल पर निशाना साधते हुए कहा कि गुरु ग्रंथ साहिब जी के 328 लापता स्वरूपों के मामले में कोई कार्रवाई न होने के कारण सिख समुदाय में गहरा आक्रोश है।
इसीलिए सिख संगठनों की मांग पर पंजाब सरकार ने लापता स्वरूपों के मामले में मामला दर्ज कर एक विशेष जांच दल का गठन किया है। उन्होंने कहा कि शिरोमणि कमेटी को लापता स्वरूपों के मामले में जांच दल के साथ सहयोग करना चाहिए ताकि दोषियों को उचित दंड दिया जा सके।
लापता स्वरूपों पर सख्त कार्रवाई की जरूरत
भगवंत मान ने कहा कि एसजीपीसी प्रमुख ने स्वीकार किया है कि एसजीपीसी में प्रतिदिन 10-12 घोटाले होते हैं, जिससे पता चलता है कि श्रद्धालुओं द्वारा दान किया गया पैसा दुरुपयोग किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि एसजीपीसी की अंतरिम समिति ने 2020 में अपनी बैठक में इस मामले में समिति के दोषी कर्मचारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का प्रस्ताव पारित किया था।
मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने सोमवार को शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक समिति और शिरोमणि अकाली दल को सीधे चुनौती देते हुए कहा कि श्री अकाल तक़्त साहिब और पंथ जैसी पवित्र संस्थाओं का इस्तेमाल अपने कुकर्मों के लिए जवाबदेही से बचने के लिए ढाल के रूप में किया जा रहा है।
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