बेंगलुरु/चंडीगढ़, 15 अक्टूबर: मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने आज कहा कि पंजाब निवेश के लिए एक आदर्श गंतव्य है और उन्होंने उद्योगपतियों से राज्य में अपने कारोबार को बढ़ाने और निवेश करने का आग्रह किया। बेंगलुरु में दक्षिण भारत के प्रमुख उद्योगपतियों से बातचीत करते हुए मुख्यमंत्री ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया। उन्होंने कहा कि बेंगलुरु भारत का सूचना प्रौद्योगिकी केंद्र और “भारत की सिलिकॉन वैली” के रूप में जाना जाता है।
उद्यमियों को पंजाब में निवेश के लिए आमंत्रित करते हुए मान ने कहा कि यह पवित्र भूमि महान गुरुओं, संतों, महापुरुषों और शहीदों की कृपा से धन्य है। पंजाब की समृद्ध और अनोखी सांस्कृतिक विरासत भी इसकी बड़ी ताकत है।
उद्योग के लिए पारदर्शी नीतियाँ बनाई हैं : भगवंत सिंह मान
मुख्यमंत्री ने कहा कि बहादुरी, कड़ी मेहनत और उद्यमशीलता की भावना पंजाब की मिट्टी के हर कण में रची-बसी है। उन्होंने कहा कि पंजाब ने देश की सीमाओं की रक्षा करने और भारत की खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करने में हमेशा अग्रणी भूमिका निभाई है। इसीलिए पंजाब को “भारत का अन्नदाता” और “भारत की तलवार भुजा” कहा जाता है। उन्होंने कहा कि पंजाब के मेहनती लोग अपने समर्पण और लगन के लिए जाने जाते हैं, जिसके कारण राज्य में उद्योग और व्यापार लगातार फल-फूल रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने बताया कि मार्च 2022 से अब तक पंजाब को 1.23 लाख करोड़ के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं, जिनसे लगभग 4.7 लाख युवाओं के लिए रोजगार के अवसर पैदा होंगे। उन्होंने कहा कि फूड प्रोसेसिंग, टेक्सटाइल, ऑटो कंपोनेंट, हैंड टूल, साइकिल, आईटी और पर्यटन जैसे क्षेत्र अन्य राज्यों के लिए मिसाल बन रहे हैं। मान ने बताया कि नेस्ले, क्लास, फ्रायडेनबर्ग, कारगिल, वर्बियो, डैनोन और कई अन्य वैश्विक कंपनियों ने पंजाब में अपनी इकाइयाँ स्थापित की हैं, जो राज्य की औद्योगिक क्षमता का प्रमाण हैं।
सिर्फ ढाई साल में कई गारंटियों को पूरा किया
उन्होंने कहा कि उन्हें यह बताते हुए गर्व है कि जमशेदपुर के बाद भारत में टाटा का दूसरा सबसे बड़ा इस्पात संयंत्र लुधियाना में स्थापित किया जा रहा है। लुधियाना को विश्व स्तर पर एक प्रमुख औद्योगिक केंद्र के रूप में जाना जाता है और इसे पंजाब की वाणिज्यिक राजधानी माना जाता है। पंजाब में जापान, अमेरिका, जर्मनी, ब्रिटेन, यूएई, स्विट्ज़रलैंड, फ्रांस और स्पेन जैसे विकसित देशों से निवेश आ रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्हें विश्वास है कि यह तो बस शुरुआत है, क्योंकि पंजाब अब न केवल भारत में बल्कि पूरी दुनिया में निवेश के लिए पसंदीदा स्थान बनता जा रहा है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने सिर्फ ढाई साल में उद्योगपतियों को दी गई कई गारंटियों को पूरा किया है, और सरकार के ठोस प्रयासों के चलते पंजाब अब “ईज़ ऑफ डूइंग बिज़नेस” में शीर्ष राज्यों में शामिल है।
उन्होंने बताया कि “फास्ट ट्रैक पंजाब पोर्टल” भारत का एक आधुनिक सिंगल-विंडो सिस्टम है, जो 150 से अधिक कारोबारी सेवाएँ प्रदान करता है और जिसमें ऑफ़लाइन आवेदन की आवश्यकता नहीं होती। पंजाब राइट टू बिज़नेस एक्ट के तहत राज्य सरकार ने 125 करोड़ तक के निवेश वाले प्रोजेक्ट्स को तीन दिनों के भीतर सैद्धांतिक मंजूरी दी है। मंजूरी जारी करने की अधिकतम समय सीमा 45 दिन तय की गई है; यदि इस अवधि में मंजूरी नहीं दी जाती, तो उसे स्वतः स्वीकृत माना जाता है।
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