बीजिंग, 3 सितम्बर : चीन ने बुधवार को बीजिंग में अपनी अब तक की सबसे बड़ी सैन्य परेड आयोजित की। द्वितीय विश्व युद्ध की समाप्ति के ८० साल बाद यह परेड आयोजित की गई। इस विजय दिवस सैन्य परेड में चीन ने अपनी नई सैन्य तकनीकों और आधुनिक हथियारों का प्रदर्शन किया। परेड के दौरान, दो बड़े सैन्य विमानों ने पहली बार चीनी सेना में अपनी आधिकारिक शुरुआत की।
पहला है केजे-600 वाहक-आधारित पूर्व चेतावनी विमान, जिसे नौसेना बेड़े पर नज़र रखने और दुश्मन की गतिविधियों का पता लगाने के लिए डिज़ाइन किया गया है। यह विमान चीन की नौसेना को समुद्री रक्षा और पूर्व चेतावनी क्षमताओं में एक बड़ा बढ़ावा देगा। दूसरा है चीन का दो सीटों वाला जे-20 एस लड़ाकू विमान, जिसे पाँचवीं पीढ़ी का स्टील्थ लड़ाकू विमान माना जाता है।
इसे “चीन का आधुनिक युद्धपोत” कहा जा रहा है, जिसमें उन्नत स्टील्थ तकनीक और उच्च-स्तरीय एवियोनिक्स प्रणालियाँ हैं। इस भव्य कार्यक्रम की अध्यक्षता राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने की। विशेष अतिथियों में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग उन भी शामिल थे।
ट्रम्प को कड़ा संदेश भेजने की कोशिश
बीजिंग में, खासकर एक सैन्य परेड में, शी जिनपिंग, पुतिन और किम की संयुक्त उपस्थिति को चीन द्वारा अमेरिका और उसके राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को एक कड़ा संदेश देने के प्रयास के रूप में देखा गया। बीजिंग में उनकी मुलाकात तियानजिन में 10 सदस्यीय शंघाई सहयोग संगठन के उच्च-स्तरीय शिखर सम्मेलन के बाद हुई, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, शी जिनपिंग और पुतिन की बैठकें प्रमुखता से हुईं।
यह मुलाकात ट्रंप द्वारा रूसी तेल खरीदने पर भारत पर 50 प्रतिशत टैरिफ लगाने की पृष्ठभूमि में हुई। दिलचस्प बात यह है कि इस कार्यक्रम में लगभग कोई भी पश्चिमी नेता शामिल नहीं हुआ। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भी चीन पर इस आयोजन की “साजिश” रचने का आरोप लगाया है। इस परेड को चीन की सैन्य शक्ति और एयरोस्पेस महत्वाकांक्षाओं के प्रदर्शन के रूप में देखा जा रहा है। बीजिंग के ऐतिहासिक तियानजिन स्क्वायर में आयोजित यह परेड चीन की बढ़ती रक्षा क्षमताओं और वैश्विक प्रभाव को प्रदर्शित करने का एक बड़ा प्रयास था।
यह भी देखें : भारत, चीन और रूस के मिलन को अमेरिका के वित्त मंत्री ने बताया दिखावा
More Stories
जींद ब्लास्ट मामले में एस.एस.पी. के बुलाने पर एन.आई.ए. टीम पहुंची बठिंडा
मैड्रिड में अमेरिका और चीन के बीच वार्ता फिर से शुरू
रिश्वत लेने वाला सहायक सब-इंस्पेक्टर और सिपाही गिरफ्तार