चंडीगढ़, 8 सितम्बर : अस्पताल में उपचाराधीन मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान राज्य में बड़े पैमाने पर चलाए जा रहे राहत एवं बचाव कार्यों पर कड़ी नज़र रख रहे हैं और राज्य के लोगों के कल्याण के प्रति अपनी अटूट प्रतिबद्धता व्यक्त की है। फोर्टिस अस्पताल में स्वास्थ्य लाभ ले रहे मुख्यमंत्री ने मुख्य सचिव के.ए.पी. सिन्हा, डीजीपी गौरव यादव और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बाढ़ के संबंध में समीक्षा बैठक की।
मुख्य सचिव को निर्देश दिया
बाढ़ से उत्पन्न भयावह स्थिति पर गहरी चिंता व्यक्त करते हुए मुख्यमंत्री ने मुख्य सचिव को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया कि प्राकृतिक आपदा से प्रभावित एक भी नागरिक राहत और बुनियादी सुविधाओं से वंचित न रहे तथा सभी प्रभावित व्यक्तियों, विशेषकर बाढ़ के पानी के कारण मुख्यधारा से कटे लोगों को भोजन, चिकित्सा सुविधाएं और अन्य आवश्यक सहायता प्रदान की जाए।
बैठक के बाद मुख्य सचिव के.ए.पी. सिन्हा ने कहा कि मुख्यमंत्री के स्वास्थ्य में सुधार हो रहा है और एक-दो दिन में उनके हमारे बीच आने की उम्मीद है।
मुख्यमंत्री का पूरा ध्यान हाल ही में आई बाढ़ और भारी बारिश से प्रभावित हज़ारों परिवारों पर है। उन्होंने आगे कहा कि पंजाब सरकार बाढ़ पीड़ितों को हर संभव सहायता प्रदान करने और उनके क्षतिग्रस्त घरों के पुनर्निर्माण के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है।
बैठक के दौरान मुख्यमंत्री को बताया गया कि एकत्रित आंकड़ों के अनुसार, राज्य के 23 बाढ़ प्रभावित जिलों के 2050 गाँवों में 3,87,898 लोग बेघर हो गए हैं और 20 लाख से ज़्यादा लोग प्रभावित हुए हैं। उन्होंने बताया कि पंजाब सरकार ने अब तक राज्य में बाढ़ प्रभावित इलाकों से 22,938 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुँचाया है। इसके अलावा, राज्य सरकार ने 219 राहत शिविर खोले हैं और इन शिविरों में 5404 लोगों को ठहराया गया है।
उन्होंने बताया कि राज्य के कई जिलों में अब तक कुल 176980.05 हेक्टेयर फसल क्षेत्र प्रभावित हुआ है। उन्होंने बताया कि बाढ़ के कारण अब तक 48 लोगों की जान जा चुकी है, जबकि पठानकोट ज़िले के 3 लोग लापता हैं।
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