October 6, 2025

भ्रष्टाचार का खुलासा, सेना अधिकारियों ने पसंदीदा ठेकेदार को दिया अधिक कमीशन

भ्रष्टाचार का खुलासा, सेना अधिकारियों ने ...

चंडीगढ़, 11 अप्रैल : सीबीआई ने भारतीय सेना में भ्रष्टाचार के एक बड़े मामले का खुलासा किया है। बीकानेर कैंट स्थित सेना की यूनिट 365 को सुरक्षा उपकरण व अन्य साजो-सामान की आपूर्ति का टेंडर जिस कंपनी को दिया गया था, उसने साढ़े तीन प्रतिशत कमीशन लिया था। इसमें से दो प्रतिशत कमीशन दक्षिण पश्चिमी कमान, जयपुर के एकीकृत वित्तीय सलाहकार (आईएफए) उमाशंकर कुशवाह को तथा डेढ़ प्रतिशत कमीशन प्रधान रक्षा लेखा नियंत्रक के अधिकारियों को दिया जाता था।

सीबीआई कोर्ट में पहुंचा मामला

करीब दो साल की जांच के बाद सीबीआई ने इस मामले में सेना के अधिकारियों, जवानों और चंडीगढ़ की एक कंपनी के मालिक समेत आठ लोगों के खिलाफ सीबीआई कोर्ट चंडीगढ़ में आरोपपत्र दाखिल किया है। आरोपपत्र में रिश्वतखोरी के खेल में अधिकारियों और सैनिकों की भूमिका और उनकी कॉल रिकॉर्डिंग भी शामिल है। जांच में पता चला कि चंडीगढ़ स्थित कंपनी एमके एजेंसीज के मालिक जेएस बेदी को उक्त यूनिट में 24.77 लाख रुपये का टेंडर मिला था, जिसमें से उसने अधिकारियों को 87,000 रुपये रिश्वत के रूप में दिए थे।

बिचौलीयों द्वारा रिश्वत का आरोप

आरोपपत्र में कहा गया है कि एजेंसी को फ्लैप बैरियर और पूर्ण-ऊंचाई वाले टर्नस्टाइल गेट तथा उनके सॉफ्टवेयर और हार्डवेयर के निर्माण का ठेका दिया गया था। कंपनी ने बिचौलियों की मदद से आईएफए उमाशंकर प्रसाद कुशवाहा को रिश्वत दी और जाम पोर्ट के नियमों की अनदेखी करते हुए न केवल टेंडर प्रक्रिया की जानकारी लीक की बल्कि टेंडर भी हासिल कर लिया। सेना के विभिन्न कार्यालयों ने भी कंपनी की फाइल पर कोई आपत्ति नहीं उठाई। उल्लेखनीय है कि सीबीआई ने गोपनीय सूचना के आधार पर मामला दर्ज किया था। जांच एजेंसी के अनुसार यह एकमात्र मामला है जो अब तक नियंत्रण में आया है। इकाई के अन्य कार्यों के लिए निविदा प्रक्रिया की भी जांच की जा रही है।

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