देहरादून, 16 सितंबर : देहरादून के सहस्रधारा क्षेत्र में सोमवार देर रात बादल फटने से भारी तबाही मची। अचानक आई बाढ़ से तमसा नदी का जलस्तर बढ़ गया। कई वाहन पानी के तेज़ बहाव में बह गए और दो लोग लापता हो गए। इस बीच, मुख्य बाज़ार में मलबा आने से होटल और दुकानें क्षतिग्रस्त हो गईं। हालात को देखते हुए प्रशासन ने ज़िले के सभी स्कूलों को 12वीं तक बंद करने का आदेश दिया है।
भारी बारिश के कारण टपकेश्वर महादेव मंदिर पूरी तरह से बाढ़ के पानी में डूब गया। मंदिर के पुजारी के अनुसार, सुबह करीब 5 बजे नदी का जलस्तर बढ़ गया, जिससे पूरा मंदिर जलमग्न हो गया और कई मूर्तियाँ बह गईं। हालाँकि गर्भगृह सुरक्षित है, लेकिन पानी कम होने के बाद मंदिर परिसर में लगभग दो फीट मलबा जमा हो गया।
ऋषिकेश: चंद्रभागा नदी में उफान
ऋषिकेश में चंद्रभागा नदी का जलस्तर मंगलवार सुबह से बढ़ रहा है। इस दौरान पानी हाईवे तक पहुँच गया, जिससे यातायात प्रभावित हुआ है। एसडीआरएफ की टीम ने नदी में फंसे तीन लोगों को सुरक्षित बचा लिया है। टीम के अनुसार, कई वाहन अभी भी पानी में फंसे हुए हैं।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने एक्स पर पोस्ट कर कहा, “देहरादून के सहस्रधारा में भारी बारिश के कारण दुकानों को हुए नुकसान का दुखद समाचार मिला है। ज़िला प्रशासन, एसडीआरएफ और पुलिस की टीमें मौके पर पहुँचकर राहत एवं बचाव कार्य कर रही हैं।” उन्होंने कहा, “मैं प्रशासनिक अधिकारियों के लगातार संपर्क में हूँ और व्यक्तिगत रूप से स्थिति पर नज़र रख रहा हूँ। मैं ईश्वर से सभी की सुरक्षा की प्रार्थना करता हूँ।”
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