बर्मिंघम, 6 जुलाई : बर्मिंघम में इंग्लैंड के खिलाफ खेले जा रहे दूसरे टेस्ट में शुभमन गिल ने पहली पारी में दोहरा शतक और दूसरी पारी में शतक जडक़र इतिहास रच दिया है। उन्होंने दोनों पारियों को मिलाकर 430 रन बनाए। लेकिन उन 430 रनों को बनाने के बाद उन्हें बर्मिंघम में नियमों को तोडऩे का दोषी पाया गया है। अब सवाल यह है कि क्या वाकई शुभमन गिल ने कोई नियम तोड़ा है?
या फिर सोशल मीडिया का बाजार बेवजह ही उनके बारे में गर्म है। बर्मिंघम में जिस बात के लिए भारतीय कप्तान पर उंगली उठाई जा रही है, क्या उन्होंने जानबूझकर या अनजाने में ऐसा किया या फिर ऐसा करना जायज था। यानी नियमों के मुताबिक ही ऐसा किया गया।
जब किट प्रायोजक एडिडास है, तो गिल ने नाइकी क्यों पहना?
दरअसल, शुभमन गिल को लेकर जो मुद्दा उठा है, वह किट से जुड़ा है। टीम इंडिया की किट स्पॉन्सर एडिडास है। लेकिन बर्मिंघम टेस्ट के चौथे दिन दूसरी पारी की घोषणा के दौरान गिल जिस किट को पहने दिखे, वह नाइकी की थी। इसे लेकर बवाल मचा हुआ है। सवाल उठ रहे हैं कि क्या गिल का एडिडास की जगह नाइकी की किट पहनना सही था?
क्या गिल का ऐसा करना ग़लत है?
जब टीम इंडिया की किट स्पॉन्सर एडिडास है, तो शुभमन गिल ने नाइकी की किट क्यों पहनी? सोशल मीडिया पर इस बारे में हर किसी के अपने-अपने सवाल हैं। हर कोई यह जानने को उत्सुक है कि क्या ऐसा हो सकता है? क्या यह नियमों के खिलाफ नहीं है?
हालांकि मीडिया रिपोट्र्स के मुताबिक एक थ्योरी यह भी है कि चूंकि शुभमन गिल हृढ्ढ्यश्व के ब्रांड एंबेसडर हैं, इसलिए उनके किट पहनने में कोई विवाद वाली बात नहीं है। अगर कोई खिलाड़ी ऐसा करता है तो इसमें कोई बुराई नहीं है।
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