ढाका, 12 जुलाई : बांग्लादेश में गुरुवार देर रात देश के जाने-माने अर्थशास्त्री अबुल बरकत को 297 करोड़ टका (करीब 210 करोड़ रुपये) की धोखाधड़ी के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया। वह पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के शासनकाल में देश के सबसे बड़े सरकारी बैंक जनता बैंक के अध्यक्ष थे। कई बांग्लादेशियों ने अबुल की गिरफ्तारी पर चिंता जताई और कहा कि मुहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली अंतरिम सरकार राजनीतिक प्रतिशोध के तहत ऐसी कार्रवाई कर रही है। ढाका मेट्रोपॉलिटन पुलिस के संयुक्त आयुक्त नसीरुल इस्लाम ने कहा, “हमने अबुल बरकत को एसीसी (भ्रष्टाचार विरोधी आयोग) मामले में आरोपी के तौर पर गिरफ्तार किया है।”
30 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज स्थानीय मीडिया के मुताबिक, अवामी लीग के शासनकाल में एनोनटैक्स नामक कंपनी द्वारा ऋण धोखाधड़ी के जरिए करोड़ों टका के गबन के मामले में अबुल बरकत समेत 30 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। एसीसी मामले की जांच कर रही है। 20 फरवरी को मामला दर्ज किया गया था। अबुल की बेटी अरुणी ने शुक्रवार को बताया कि कल रात 20-25 लोग घर में घुस आए और मेरे पिता को बेडरूम से उठा ले गए। उन्होंने कोई वारंट भी नहीं दिखाया।
इस बीच, शेख हसीना की अवामी लीग ने आरोप लगाया कि पूर्व पुलिस महानिरीक्षक चौधरी अब्दुल्ला अल मामून यातना और दबाव में सरकारी गवाह बनने के लिए तैयार हो गए। देश के अंतरराष्ट्रीय आपराधिक न्यायालय ने गुरुवार को हसीना, मामून और पूर्व गृह मंत्री असदुज्जमां खान कमाल के खिलाफ मानवता के खिलाफ अपराध के एक मामले में आरोप तय किए।
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