अमृतसर, 21 सितंबर : साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन ने एक फर्जी कॉल सेंटर का भंडाफोड़ करके बड़ी कामयाबी हासिल की है। इस फर्जी कॉल सेंटर में 80 से ज़्यादा महिला कर्मचारी काम कर रही थीं। यह कॉल सेंटर अमृतसर के रंजीत एवेन्यू के सी-ब्लॉक स्थित एक इमारत में स्थित था। कॉल सेंटर में काम करने वालों को सोशल मीडिया ऐप ओएलएक्स प्लेटफॉर्म पर नकली एप्पल आईफोन और सैमसंग एस-24 मोबाइल पोस्ट करके ग्राहकों को लुभाने के लिए विशेष रूप से प्रशिक्षित किया गया था। आरोपी धोखाधड़ी के लिए ऑनलाइन टूल्स का इस्तेमाल करते थे।
प्रतिदिन करीब छह लाख रुपये का अवैध कारोबार होता था।
मामले की जानकारी देते हुए पुलिस कमिश्नर गुरप्रीत सिंह भुल्लर और डीसीपी इन्वेस्टिगेशन रविंदरपाल सिंह संधू ने बताया कि उक्त कॉल सेंटर में मोबाइल फोन बेचने वाला एक गिरोह लाखों की कीमत के मोबाइल फोन दिखाकर नकली मोबाइल फोन बेच रहा था। यह गिरोह रोजाना 30-40 नकली फोन ऑनलाइन बेचता था, जिससे प्रतिदिन करीब 6 लाख का अवैध कारोबार होता था। ये कर्मचारी लोगों को भरोसा दिलाते थे कि वे असली आईफोन और महंगे सैमसंग फोन बेच रहे हैं, जबकि असल में वे नकली फोन होते थे। इस कॉल सेंटर में की गई छापेमारी के दौरान पुलिस ने अलग-अलग कंपनियों के 47 मोबाइल (29 एक्टिव सिम के साथ), 8 अतिरिक्त सिम कार्ड और 6 लैपटॉप बरामद किए हैं।
फर्जी कॉल सेंटर में 80 से ज्यादा महिला कर्मचारी काम कर रही थीं
फर्जी कॉल सेंटर में 80 से ज़्यादा महिला कर्मचारी काम कर रही थीं। पुलिस ने छापेमारी के दौरान मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। आरोपी की पहचान पवन नगर बटाला रोड निवासी राघव भारद्वाज के रूप में हुई है, जबकि पुलिस उसके साथी विजय नगर निवासी अंकित गंगोत्रा की तलाश कर रही है। साइबर क्राइम थाने की पुलिस ने विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर आगे की जाँच शुरू कर दी है।
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