चंडीगढ़, 14 सितंबर – मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने आज घोषणा की कि राज्य सरकार बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में 100 करोड़ रुपए की लागत से व्यापक पुनर्वास और सफाई अभियान शुरू करेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि कई इलाकों में पानी उतर चुका है, लेकिन गांवों और कस्बों में कीचड़ व गंदगी बड़ी समस्या बनी हुई है। इसे देखते हुए 2300 प्रभावित गांवों और वार्डों में सफाई अभियान चलाया जाएगा।
इसके लिए सरकार ने प्रत्येक गांव में टीमें गठित की हैं, जिनके पास जेसीबी मशीनें, ट्रैक्टर-ट्रॉलियां और श्रमिकों की व्यवस्था होगी। ये टीमें मलबा हटाने और फॉगिंग करने के साथ-साथ मृत पशुओं का भी निपटारा करेंगी।
100 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे
उन्होंने बताया कि इस अभियान के लिए राज्य सरकार ने 100 करोड़ रुपए का फंड जारी किया है। प्रत्येक गांव को शुरुआती तौर पर एक लाख रुपए दिए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री ने लक्ष्य तय करते हुए कहा कि 24 सितंबर तक सभी गांवों को कीचड़ व मलबे से मुक्त कर दिया जाएगा, 15 अक्टूबर तक सार्वजनिक स्थानों की मरम्मत और 22 अक्टूबर तक तालाबों की सफाई का काम पूरा कर लिया जाएगा।
मान ने गैर-सरकारी संगठनों और युवा क्लबों से इस कार्य में सहयोग करने की अपील की। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है, इसलिए 2,303 प्रभावित गांवों में मेडिकल कैंप लगाए जाएंगे। इनमें से 596 गांवों में पहले से मौजूद आम आदमी क्लीनिकों में ही स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध होंगी, जबकि बाकी 1,707 गांवों में स्कूल, धर्मशालाएं, आंगनवाड़ी केंद्र या पंचायत भवनों में अस्थायी कैंप लगाए जाएंगे। इसके लिए 550 एम्बुलेंस की व्यवस्था की गई है।
भाजपा का पंजाब विरोधी चेहरा बेनकाब हुआ
भाजपा पर तंज कसते हुए भगवंत सिंह मान ने कहा कि भाजपा का पंजाब विरोधी चेहरा बेनकाब हो गया है क्योंकि उन्होंने मुश्किल समय में राज्य की मदद नहीं की और इसलिए अब वे बेकार की बातों से ध्यान भटकाने की कोशिश कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाब के लोग भाजपा से स्पष्ट रूप से सवाल पूछ रहे हैं कि केंद्र सरकार ने राज्य को कब और कितना पैसा दिया है।
उन्होंने कहा कि इस सवाल का जवाब दूध का दूध और पानी का पानी कर देगा, लेकिन भाजपा नेता इससे बच रहे हैं क्योंकि इससे उनका असली चेहरा नंगा हो जाएगा।
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