समराला, 17 सितंबर : होशियारपुर में एक प्रवासी मजदूर द्वारा 5 साल के मासूम बच्चे के साथ की गई बर्बरता और हत्या की घटना ने पंजाबियों को बुरी तरह झकझोर दिया है। प्रवासी मजदूरों के खिलाफ पूरे पंजाब में गुस्से की लहर फैल रही है और मंगलवार को विभिन्न सिख संगठनों ने समराला प्रशासन को ज्ञापन सौंपकर ऐलान किया कि प्रवासी मजदूरों के सामाजिक बहिष्कार की मुहिम चलाई जाएगी।
प्रवासी मजदूरों का पूर्ण बहिष्कार करने की अपील
इससे ये प्रवासी मजदूर खुद ही अपने राज्यों को लौटने को मजबूर हो जाएंगे। इसी बीच दमदमी टकसाल के स्थानीय नेता भाई सुखविंदर सिंह भगवानपुरा ने सभी पंजाबियों से इन प्रवासी मजदूरों का पूर्ण बहिष्कार करने की अपील की ताकि ये प्रवासी मजदूर खुद ही पंजाब छोड़ने को मजबूर हो जाएं। उन्होंने कहा कि पंजाब के पर्यावरण और इसकी गौरवशाली विरासत को बचाने के लिए हमें प्रवासी मजदूरों का साथ छोड़ना होगा। उनकी रेहड़ी-पटरी वालों से सामान खरीदना बंद करके सिर्फ पंजाबियों से ही सामान खरीदने पर ध्यान देना होगा। ताकि कमजोर और बेरोजगार पंजाबियों को सहारा मिल सके।
मासूम बच्ची के दरिंदगी की घटना की कड़ी निंदा
सिख संगठन के नेता हरप्रीत सिंह खालसा ने समराला क्षेत्र में रह रहे प्रवासी मजदूरों का एक सप्ताह के भीतर पुलिस वेरिफिकेशन करवाने की मांग की और कहा कि जो प्रवासी पंजाब का माहौल खराब कर रहे हैं और यहां आकर पंजाबियों पर हमले व अन्य आपराधिक वारदातों को अंजाम दे रहे हैं, उनकी पहचान करके उन्हें यहां से खदेड़ा जाना चाहिए। उन्होंने होशियारपुर में मासूम बच्ची के साथ हुई दरिंदगी की घटना की कड़ी निंदा की और कहा कि इन प्रवासी मजदूरों के हौसले लगातार बढ़ रहे हैं और अब तो वे पंजाबियों पर खुलेआम हमला भी करने लगे हैं।
उन्होंने कहा कि वोट की राजनीति के कारण कुछ राजनेता भी इन्हें बढ़ावा दे रहे हैं और जो पंजाबी इनका साथ दे रहे हैं, उनसे भी अपील है कि वे इनका साथ देना बंद करें और पंजाब के साथ खड़े हों ताकि इन्हें यहां से खदेड़ा जा सके।
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