नई दिल्ली, 19 नवम्बर : गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के छोटे भाई अनमोल बिश्नोई को अमेरिका से प्रत्यर्पित कर भारत लाया गया। उसे बुधवार को दिल्ली के आईजीआई एयरपोर्ट लाया गया। एयरपोर्ट पर उतरते ही एनआईए ने उसे गिरफ्तार कर लिया।
इसके बाद दिल्ली, मुंबई, पंजाब, हरियाणा और राजस्थान की पुलिस उसके खिलाफ दर्ज मामलों में बारी-बारी से कार्रवाई करेगी। दिल्ली क्राइम ब्रांच में भी अनमोल के खिलाफ दो मामले दर्ज हैं। 2023 में उसने दो कारोबारियों से करोड़ों रुपये की फिरौती मांगी थी और जब उन्होंने फिरौती की रकम नहीं दी तो उनके घरों पर गोलीबारी की गई थी।
कमजोर नेटवर्क
सूत्रों का कहना है कि लॉरेंस बिश्नोई गैंग के ज़्यादातर गुर्गों की गिरफ़्तारी के बाद उसका नेटवर्क कमज़ोर पड़ रहा है। इस बीच, उसके प्रतिद्वंद्वी गैंगस्टर गोल्डी बराड़ और रोहित गोदारा का प्रभाव लगातार बढ़ रहा है। माना जा रहा है कि उनके कई शूटर दुबई, कनाडा और अमेरिका में सक्रिय हैं।
कुछ समय पहले ही दुबई में इन दोनों गिरोहों के बीच पहली गैंगवार हुई थी, जहाँ गोदारा गिरोह ने लॉरेंस के एक सक्रिय शूटर की बेरहमी से हत्या कर दी थी। हत्या के बाद, गोदारा ने उसकी गर्दन की तस्वीर शेयर करके ज़िम्मेदारी ली और लॉरेंस गिरोह को खुलेआम धमकी दी।
आपके जीवन को खतरा
विदेशी धरती पर हुए इस गैंगवार के बाद गोदारा ग्रुप के बढ़ते प्रभाव ने अनमोल बिश्नोई की चिंता बढ़ा दी है। बताया जा रहा है कि प्रतिद्वंद्वी गिरोहों की धमकियों के चलते उसे अपनी जान का डर सताने लगा था। इसी वजह से अनमोल ने अमेरिका में एजेंसियों के सामने आत्मसमर्पण करना ही बेहतर समझा, जिससे भारतीय नेटवर्क कमजोर हो गया।
सूत्रों का कहना है कि लॉरेंस बिश्नोई गैंग के ज़्यादातर गुर्गों की गिरफ़्तारी के बाद उसका नेटवर्क कमज़ोर पड़ रहा है। इस बीच, उसके प्रतिद्वंद्वी गैंगस्टर गोल्डी बराड़ और रोहित गोदारा का प्रभाव लगातार बढ़ रहा है। माना जा रहा है कि उनके ज़्यादातर शूटर दुबई, कनाडा और अमेरिका में सक्रिय हैं।
कुछ समय पहले, दुबई में इन दोनों गिरोहों के बीच पहली बार गैंगवार देखने को मिला था, जहाँ गोदारा गिरोह ने लॉरेंस के एक सक्रिय शूटर की बेरहमी से हत्या कर दी थी। हत्या के बाद, गोदारा ने उसकी गर्दन की तस्वीर शेयर करके ज़िम्मेदारी ली थी और लॉरेंस गिरोह को खुली धमकी दी थी।
प्राणघातक खतरे का भय
विदेशी धरती पर हुए इस गैंगवार के बाद, गोदारा ग्रुप के बढ़ते प्रभाव ने अनमोल बिश्नोई की चिंता बढ़ा दी थी। बताया जा रहा है कि प्रतिद्वंद्वी गिरोहों की धमकियों के चलते उसे अपनी जान का डर सताने लगा था। इसी वजह से अनमोल ने अमेरिका में एजेंसियों के सामने आत्मसमर्पण करना बेहतर समझा, जिसकी बदौलत भारतीय सुरक्षा एजेंसियां उसे भारत लाने में कामयाब रहीं।

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