October 6, 2025

बीमा प्रीमियम पर GST खत्म हो सकता है! सरकार की बड़ी तैयारी;

बीमा प्रीमियम पर GST खत्म हो सकता...

नई दिल्ली, 18 अगस्त : अगर आप बीमा प्रीमियम पर लगने वाले भारी-भरकम जीएसटी (GST Reforms) से परेशान हैं, तो आपके लिए खुशखबरी है। सरकार 18% जीएसटी को घटाकर 5% या शून्य करने की योजना बना रही है। रॉयटर्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक, जीएसटी 2.0 के तहत टैक्स व्यवस्था को और सरल बनाया जाएगा, जिससे आम आदमी और व्यापारियों, दोनों को राहत मिलेगी।

इस खबर से सोमवार को बीमा कंपनियों के शेयरों में 5 फीसदी तक का उछाल आया। एलआईसी के शेयरों में जहां 0.34 फीसदी का मामूली उछाल देखा गया, वहीं न्यू इंडिया एश्योरेंस में 5.71 फीसदी और निवा बूपा हेल्थ इंश्योरेंस में 5.30 फीसदी की बढ़त दर्ज की गई। दरअसल, सरकार जीएसटी (वस्तु एवं सेवा कर) के ढांचे में बड़ा बदलाव लाने की योजना बना रही है। नई व्यवस्था में मुख्यतः दो टैक्स स्लैब होंगे – 5% और 18%। इसके अलावा, शराब और तंबाकू जैसी विलासिता और हानिकारक वस्तुओं के लिए 40% का एक विशेष स्लैब होगा। 12% और 28% के मौजूदा स्लैब धीरे-धीरे खत्म किए जाएँगे।

आवश्यक वस्तुओं पर राहत बढ़ाई गई

खाने-पीने की चीज़ें, दवाइयाँ, मेडिकल उपकरण, स्टेशनरी, किताबें, टूथब्रश और हेयर ऑयल जैसी रोज़मर्रा की चीज़ें या तो टैक्स-मुक्त रहेंगी या उन पर 5% जीएसटी लगेगा। टीवी, एसी और रेफ्रिजरेटर जैसे मध्यम वर्ग के उत्पादों पर 18% टैक्स लग सकता है। सरकार ऑटोमोबाइल, हस्तशिल्प, कृषि, कपड़ा, वस्त्र और नवीकरणीय ऊर्जा जैसे क्षेत्रों पर विशेष ध्यान दे रही है।

नमकीन, पराठा, बन-केक पर विवाद खत्म हो जाएगा

नई स्लैब प्रणाली से नमकीन, पराठा, बन, केक जैसी वस्तुओं पर कर विवाद समाप्त हो जाएँगे, जिन पर पहले अलग-अलग सामग्रियों के आधार पर अलग-अलग कर दरें लागू होती थीं। हीरे और कीमती पत्थरों पर 0.25% और आभूषणों पर 3% का विशेष कर जारी रहेगा।

जीएसटी 2.0: आसान और कुशल प्रणाली

जीएसटी 2.0 का यह नया ढांचा कर प्रणाली को सरल बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है। यह जीएसटी लागू होने के बाद से अब तक के सबसे व्यापक बदलावों में से एक होगा, जिसका उद्देश्य आम आदमी को राहत प्रदान करना और व्यापार को बढ़ावा देना है।