नई दिल्ली,5 जून: श्रीलंका के पूर्व स्पिन गेंदबाज सचित्रा सेनानायके पर देश के नए भ्रष्टाचार विरोधी कानून के तहत मैच फिक्सिंग का गंभीर आरोप लगाया गया है। यह आरोप 2020 में आयोजित एक घरेलू क्रिकेट टूर्नामेंट से संबंधित हैं, जिसमें सेनानायके पर लंका प्रीमियर लीग (LPL) के दौरान दो खिलाड़ियों को मैच फिक्सिंग में शामिल करने का संदेह है। 40 वर्षीय इस खिलाड़ी की प्रतिष्ठा पर यह आरोप एक महत्वपूर्ण मोड़ है।
क्योंकि यह खेल की निष्पक्षता और ईमानदारी को प्रभावित कर सकता है। श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड ने इस मामले की जांच शुरू कर दी है, और यदि आरोप सिद्ध होते हैं, तो सेनानायके को गंभीर दंड का सामना करना पड़ सकता है, जो उनके करियर पर भी नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है।मामले की सुनवाई हंबनटोटा हाईकोर्ट में होगी। सेनानायके को वर्ष 2023 में गिरफ्तार किया गया था। वह फिलहाल जमानत पर बाहर हैं। उन्होंने 2012 से 2016 तक श्रीलंका के लिए कुल 74 मैच खेले हैं।
इसकी सज़ा 10 साल तक हो सकती है।
भ्रष्टाचार को रोकने के लिए 2019 में लागू किए गए नए कानून के तहत यह पहला मामला होगा। अगर सेनानायके दोषी पाए जाते हैं तो उन्हें 10 साल की कैद हो सकती है। साथ ही 100 मिलियन का जुर्माना भी लगाया जा सकता है। श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड को ICC के दबाव में यह कानून बनाना पड़ा क्योंकि उस समय ICC ने उसे सबसे भ्रष्ट बोर्डों में गिना था। श्रीलंका की स्थिति हमेशा सवालों के घेरे में रही है। साल 2021 में श्रीलंका के पूर्व खेल मंत्री महिंदानंदा अलुथगेमेज ने फिक्सिंग की बात कही थी। इसके साथ ही श्रीलंका को विश्व विजेता बनाने वाले पूर्व कप्तान अर्जुन रणतुंगा भी कई बार भ्रष्टाचार के आरोप लगा चुके हैं।
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