इस्तांबुल, 28 अक्तूबर : तुर्की के इस्तांबुल में पाकिस्तान और इस्लामिक अमीरात ऑफ़ अफ़ग़ानिस्तान (तालिबान) के बीच चल रही शांति वार्ता बुरी तरह विफल हो गई है। इस बीच, तालिबान ने पाकिस्तान को खुली धमकी दी है कि अगर अफ़ग़ानिस्तान के किसी भी हिस्से पर बमबारी की गई, तो पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद को निशाना बनाया जाएगा।
सूत्रों के हवाले से सामने आई जानकारी के अनुसार, तालिबान ने पाकिस्तान को स्पष्ट रूप से चेतावनी दी है कि अफगानिस्तान में कहीं भी हमला होने पर इसे ‘युद्ध की कार्रवाई’ माना जाएगा और इसका जवाब इस्लामाबाद को निशाना बनाकर दिया जाएगा। सूत्रों ने कहा कि अफ़ग़ानिस्तान इस्लामिक अमीरात का प्रतिनिधिमंडल रचनात्मक बातचीत और समस्या का समाधान खोजने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। लेकिन उन्होंने दावा किया कि पाकिस्तानी प्रतिनिधिमंडल में ऐसी प्रतिबद्धता का अभाव है।
‘हमला करने का अधिकार’
वार्ता के दौरान, पाकिस्तानी प्रतिनिधिमंडल ने अफ़ग़ान पक्ष से यह स्वीकार करने का अनुरोध किया कि पाकिस्तान को टीटीपी (तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान) के हमलों के दौरान अफ़ग़ानिस्तान की धरती पर हमले करने का अधिकार है। हालाँकि, तालिबान ने इस माँग को सिरे से खारिज कर दिया। तालिबान ने ज़ोर देकर कहा कि टीटीपी मुद्दा पाकिस्तान का एक घरेलू मुद्दा है और तालिबान का इससे कोई लेना-देना नहीं है।
बातचीत को बाधित करने का प्रयास
सूत्रों के अनुसार, पाकिस्तानी प्रतिनिधिमंडल ने इस्तांबुल में चल रही वार्ता को बाधित करने की कोशिश की। इसके अलावा, पाकिस्तानी प्रतिनिधिमंडल ने इस्लामिक अमीरात से पाकिस्तान की सुरक्षा सुनिश्चित करने की माँग भी की।
सूत्रों ने आगे बताया कि स्पष्ट तर्क प्रस्तुत करने के बजाय, पाकिस्तानी प्रतिनिधिमंडल बातचीत की मेज़ से पीछे हटने और भागने को तैयार था, जिसके कारण कोई समन्वय नहीं दिख रहा था। इस धमकी से साफ़ हो गया है कि तुर्की में तालिबान और पाकिस्तान के बीच शांति वार्ता पूरी तरह विफल रही है।
यह भी देखें : पाकिस्तानी प्रधानमंत्री झूठी जानकारी फैला रहे थे, एक्स ने किया खुलासा

More Stories
राष्ट्रपति ट्रंप के एप्सटीन फाइल्ज ट्रांस्परेंसी एक्ट पर हस्ताक्षर, क्या खुलेंगे राज?
अमेरिका दौरे पर साऊदी क्राउन प्रिंस, रिपोर्टरों के तीखे सवालों से हुए परेशान ट्रंप
ब्रिटेन में शरणार्थी के तौर पर रह रहे भारतीयों को बड़ा झटका