पटियाला, 9 जून : राज्य में तापमान में लगातार हो रही बढ़ोतरी के साथ ही बिजली की मांग का ग्राफ भी बढऩे लगा है। रविवार को राज्य में बिजली की मांग 13510 मेगावाट के आंकड़े को छू गई, जो जून माह में सबसे अधिक मांग रही। इससे पहले मई माह में दो बार बिजली की मांग 14 हजार मेगावाट तक पहुंची थी। रविवार को छुट्टी होने के बावजूद मांग में काफी बढ़ोतरी दर्ज की गई।
उधर, सोमवार को पूरे पंजाब में धान की बिजाई का तीसरा चरण शुरू होने और सरकारी दफ्तर खुलने के कारण बिजली की मांग में और बढ़ोतरी होगी और आने वाले दिनों में बिजली की मांग 14 हजार मेगावाट से ऊपर रहने की उम्मीद है। पिछले साल धान के सीजन के दौरान बिजली की अधिकतम मांग 16089 मेगावाट दर्ज की गई थी, लेकिन इस सीजन के दौरान यह मांग 17 हजार मेगावाट तक पहुंचने की उम्मीद है।
बिजली आपूर्ती के लिए निजी प्लांटों से भी मदद
पिछले कुछ सालों में यह पहला मौका है जब जून के पहले सप्ताह में बिजली की मांग इतनी ज्यादा बढ़ी है, क्योंकि इस बार राज्य के कुछ जिलों में पहले चरण के तहत एक जून और दूसरे चरण में पांच जून को धान की बिजाई का काम शुरू हो चुका है और शेष 10 जिलों में नौ जून से धान की बिजाई शुरू हो जाएगी। बिजली की मांग को पूरा करने के लिए पावरकॉम जहां केंद्रीय पूल से बिजली ले रहा है, वहीं राज्य में स्थित निजी बिजली प्लांटों से भी बिजली ली जा रही है।
रविवार देर शाम तक केंद्रीय पूल से 5488 मेगावाट बिजली केंद्रीय पूल में ली जा रही थी, जो तय शेड्यूल से ज्यादा थी, जबकि निजी बिजली प्लांटों से 2971 मेगावाट बिजली ली जा रही थी। जानकारी के अनुसार राज्य में स्थित निजी थर्मल पावर प्लांटों में से राजपुरा पावर प्लांट से 1308 मेगावाट और तलवंडी साबों पावर प्लांट से 1657 मेगावाट बिजली पैदा की जा रही है।
यह भी देखें : पति संग इटली में खुशहाल जिंदगी के सपने चंद दिनों में हुए चकनाचूर
More Stories
मुख्य मंत्री ने श्री आनंदपुर साहिब में विरासती मार्ग का नींव पत्थर रखा
मुख्यमंत्री का आह्वान: शिक्षकों को निभानी होगी अग्रणी भूमिका
कनाडा भेजने के नाम पर 30 लाख की ठगी, 3 आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज