October 6, 2025

रूस-बेलारूस के युद्ध अभ्यास में भारत की एंट्री! कहीं अमेरिका से न हो जाए टकराव

रूस-बेलारूस के युद्ध अभ्यास में भारत की...

मॉस्को, 17 सितंबर : रूस और बेलारूस के बीच चल रहे बड़े सैन्य अभ्यास “ज़पाद-2025” में अब भारत ने भी एंट्री कर ली है। पांच दिनों तक चलने वाले इस अभ्यास में लगभग एक लाख सैनिक हिस्सा ले रहे हैं, वहीं भारत ने भी अपनी सेना के 65 जवान इस ड्रिल में भाग लेने के लिए भेजे हैं।

रूसी रक्षा मंत्रालय के अनुसार, इस अभ्यास का उद्देश्य मित्र देशों की सेनाओं के बीच आपसी समझ, रणनीतिक सहयोग और युद्ध-स्थितियों में साझा कार्रवाई की क्षमता को मजबूत करना है। ड्रिल के दौरान रूस ने बड़े स्तर पर अपनी सैन्य ताकत का प्रदर्शन किया, जिसमें परमाणु हथियार ले जाने में सक्षम बमवर्षक विमान, युद्धपोत और आधुनिक रक्षा प्रणालियां शामिल थीं। हालांकि रूस-बेलारूस की इस ड्रिल में केवल भारत ही नहीं, बल्कि ईरान, बांग्लादेश, बुर्किना फासो, कांगो और माली की सेनाओं ने भी भाग लिया।

भारत की रणनीति मल्टी-अलायंस

भारत ने यह कदम ऐसे समय में उठाया है जब भारत और अमेरिका के संबंधों में व्यापारिक शुल्क (टैरिफ) को लेकर तनाव पैदा हो रहा है। अमेरिका ने हाल ही में रूस के साथ भारत के बढ़ते सैन्य और ऊर्जा संबंधों पर चिंता जताई थी। दूसरी ओर, विदेश नीति विशेषज्ञों का कहना है कि भारत की रणनीति मल्टी-अलायंस (multi-alliance) यानी बहुपक्षीय साझेदारी की है, जिसका मतलब है कि भारत केवल एक धड़े के साथ नहीं, बल्कि अलग-अलग शक्तियों के साथ अपने संबंध बनाए रखना चाहता है।

विशेषज्ञों के अनुसार, भारत का यह कदम एशिया और यूरोप में अपना रणनीतिक प्रभाव बनाए रखने के लिहाज़ से बेहद अहम है। साथ ही, यह अभ्यास रूस के साथ भारत की पुरानी सैन्य साझेदारी को भी मज़बूत करता है, जो भविष्य में भारत-अमेरिका संबंधों के रास्ते में एक नई चुनौती खड़ी कर सकता है।

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