October 6, 2025

भारतीय छात्रों का अमेरिका से मोहभंग, 70 प्रतिशत की गिरावट दर्ज

भारतीय छात्रों का अमेरिका से मोहभंग...

वाशिंगटन, 19 जुलाई : अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के सख्त वीज़ा नियमों का असर भारतीय छात्रों पर देखने को मिल रहा है। ताज़ा जानकारी के अनुसार, भारतीय छात्रों का अमेरिकी विश्वविद्यालयों में पढ़ाई से मोहभंग हो रहा है। वीज़ा नियमों में लगातार सख्ती के चलते अमेरिका जाने वाले भारतीय छात्रों की संख्या में 70 प्रतिशत की कमी आई है। विशेषज्ञों का मानना है कि वीज़ा अपॉइंटमेंट स्लॉट पर प्रतिबंध और वीज़ा मंज़ूरी में देरी के कारण यह गिरावट आई है।

हैदराबाद ओवरसीज़ कंसल्टेंट ने बताया कि आमतौर पर इस समय तक ज़्यादातर छात्र अपने वीज़ा इंटरव्यू पूरे कर चुके होते हैं और अमेरिका जाने की तैयारी कर रहे होते हैं। इस साल भी हम रोज़ाना पोर्टल चेक कर रहे हैं ताकि कोई स्लॉट खुल सके। ऐसा पहले कभी नहीं हुआ। हालाँकि अमेरिकी अधिकारियों ने वादा किया था कि वीज़ा स्लॉट चरणबद्ध तरीके से जारी किए जाएँगे, लेकिन अभी भी काफ़ी अस्पष्टता है, जिससे छात्र चिंतित हैं।

विंडो ओवरसीज़ एजुकेशन कंसल्टेंसी के विशेषज्ञों का कहना है कि जिन छात्रों ने स्लॉट बुक कर लिए हैं, उन्हें अभी तक कन्फर्मेशन लेटर नहीं मिले हैं। बुकिंग कन्फर्मेशन के बिना स्लॉट खुले रहने का एकमात्र तार्किक कारण यह हो सकता है कि अमेरिका इस प्रणाली का परीक्षण कर रहा है। आई20 फीवर कंसल्टेंसी के विशेषज्ञों ने कहा कि अगर अगले कुछ दिनों में स्लॉट जारी नहीं किए गए, तो हज़ारों छात्रों के सपने चकनाचूर हो जाएँगे। हम लगभग 80 प्रतिशत की गिरावट देख रहे हैं। हमें हर दिन छात्रों और उनके अभिभावकों के घबराए हुए फ़ोन आ रहे हैं।

छात्र दूसरे देशों की ओर रुख कर रहे हैं

अमेरिका में सख्त वीज़ा नियमों के कारण भारतीय छात्र दूसरे देशों का रुख कर रहे हैं। एक छात्र ने बताया कि वह अब ऑटोमोटिव इंजीनियरिंग में स्नातकोत्तर की पढ़ाई के लिए जर्मनी जाएगा। वह अब और इंतज़ार नहीं कर सकता। उसे एक साल का नुकसान हो सकता है। विदेश मंत्रालय (MEA) के आंकड़ों के अनुसार, 1 जनवरी, 2024 तक 11.6 लाख से ज़्यादा भारतीय छात्र विदेशों में उच्च शिक्षा संस्थानों में पढ़ रहे थे और यूरोप के लिए यह संख्या लगातार बढ़ रही थी।

हैदराबाद स्थित अमेरिकी महावाणिज्य दूतावास ने कहा कि स्लॉट फिर से खोल दिए गए हैं। छात्र दूतावास या वेबसाइट पर अपॉइंटमेंट की उपलब्धता की जाँच कर सकते हैं। हम वीज़ा आवेदकों की पूरी जाँच कर रहे हैं ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि उनका इरादा अमेरिका या हमारे हितों को नुकसान पहुँचाने का नहीं है। आवेदकों को वीज़ा के लिए अपनी पात्रता साबित करनी होगी। हम आवेदकों को जल्द से जल्द आवेदन करने के लिए प्रोत्साहित करते हैं। पिछले साल, भारत ने चीन को पीछे छोड़ते हुए 3.3 लाख से ज़्यादा छात्रों को अमेरिका भेजा था।

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