विन्निपेग, 18 दिसम्बर : गाजा पट्टी में स्थिति का जायजा लेने के लिए कल पहुंचे छह कनाडाई सांसदों के प्रतिनिधिमंडल को इजरायली अधिकारियों ने प्रवेश करने से रोक दिया। विदेश मंत्री अनीता आनंद ने इजरायली अधिकारियों की इस कार्रवाई पर सार्वजनिक रूप से असहमति व्यक्त की है।
एनडीपी और लिबरल पार्टी के सांसद, जो लगभग 30 कनाडाई सांसदों के एक प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा थे और स्थिति का जायजा लेने के लिए दौरे पर थे, उन्हें जॉर्डन के साथ इजरायली सीमा चौकी पर वेस्ट बैंक में प्रवेश करने से रोक दिया गया। इस दौरे पर गए छह सांसदों में लिबरल पार्टी के सांसद फारेस अल-सूद, इकरा खालिद, असलम राणा, गुरबख्श सैनी और समीर जुबेरी, और एनडीपी सांसद जेनी क्वान शामिल हैं।
फार्म पर हस्ताक्षर करने से किया इनकार
कनाडा ने इस यात्रा के बारे में इजरायली अधिकारियों को पहले ही सूचित कर दिया था और सांसदों के इलेक्ट्रॉनिक यात्रा प्राधिकरण को मंजूरी दे दी थी। ओटावा स्थित इजरायली दूतावास ने एक बयान में कहा कि प्रतिनिधिमंडल को प्रवेश से वंचित कर दिया गया क्योंकि यात्रा आयोजित करने वाले समूह को एक गैर-लाभकारी कनाडाई मुस्लिम संगठन से “वित्तपोषण का एक बड़ा हिस्सा” प्राप्त हुआ था।
नेशनल काउंसिल ऑफ कैनेडियन मुस्लिम्स के एक प्रवक्ता के अनुसार, प्रत्येक सदस्य से एक फॉर्म पर हस्ताक्षर करने को कहा गया था जिसमें यह लिखा था कि वे सार्वजनिक सुरक्षा के लिए कोई खतरा नहीं हैं। प्रतिनिधिमंडल के सभी सदस्यों ने फॉर्म पर हस्ताक्षर करने से इनकार कर दिया, जिसके बाद उन्हें प्रवेश करने की अनुमति नहीं दी गई।
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