नई दिल्ली, 26 जून : प्रमुख उद्योगपति मुकेश अंबानी ने 2016 में रिलायंस जियो के साथ दूरसंचार उद्योग में प्रवेश करने के अपने फैसले को अपने जीवन का ‘सबसे बड़ा जोखिम’ बताया है। उन्होंने कहा कि भले ही वित्तीय विफलता के बारे में विशेषज्ञों की भविष्यवाणियां सच हो गई हों, लेकिन भारत को डिजिटल रूप से बदलने में इसकी भूमिका को देखते हुए यह जोखिम उठाना उचित था।
वैश्विक प्रबंधन परामर्श फर्म मैकिन्से एंड कंपनी के साथ एक साक्षात्कार में, एशिया के सबसे अमीर व्यक्ति ने कहा कि रिलायंस इंडस्ट्रीज ने 4 जी मोबाइल नेटवर्क शुरू करने में अपने स्वयं के अरबों डॉलर का निवेश किया था। कुछ विशेषज्ञों ने कहा कि यह वित्तीय रूप से सफल नहीं हो सकता क्योंकि भारत सबसे उन्नत डिजिटल तकनीक के लिए तैयार नहीं था।
मुकेश अंबानी ने कहा, ‘मैंने अपने बोर्ड से कहा था कि जियो के साथ सबसे खराब स्थिति यह होगी कि हमें ज्यादा ‘रिटर्न’ नहीं मिलेगा। तो यह ठीक है, क्योंकि यह हमारा अपना पैसा है, लेकिन रिलायंस के तौर पर यह भारत में हमारा अब तक का सबसे बड़ा धर्मार्थ कार्य होगा, क्योंकि हम भारत को डिजिटल बनाकर देश को पूरी तरह से बदल देंगे।’ 2016 में अपने लॉन्च के बाद से, जियो ने मुफ्त वॉयस कॉल और बेहद कम लागत वाला डेटा प्रदान करके भारतीय दूरसंचार उद्योग में क्रांति ला दी है।
जियो से भारत में इंटरनेट काफी सस्ता हआ
जियो के आने से पहले भारत में मोबाइल इंटरनेट काफी महंगा था और आबादी का एक बड़ा हिस्सा इससे दूर था। जियो के आने के साथ ही कीमतों में उतार-चढ़ाव शुरू हो गया, जिससे डेटा की कीमत में भारी कमी आई और ग्रामीण और पिछड़े इलाकों में रहने वाले लोगों सहित करोड़ों भारतीयों के लिए इंटरनेट का उपयोग किफायती हो गया। इसके परिणामस्वरूप इंटरनेट की पहुंच में वृद्धि हुई।
भारत में अब 800 मिलियन से अधिक इंटरनेट उपयोगकर्ता हैं, जो इसे वैश्विक स्तर पर सबसे बड़े ऑनलाइन बाजारों में से एक बनाता है। इसने डिजिटल समावेशन को गति दी है, क्योंकि सस्ते डेटा ने डिजिटल विभाजन को कम करने में मदद की है।
रिलायंस ने हमेशा बड़े जोखिम उठाए हैं
अंबानी ने कहा, ‘हमने हमेशा बड़े जोखिम उठाए हैं क्योंकि हमारे लिए पैमाना मायने रखता है। अब तक हमने जो सबसे बड़ा जोखिम उठाया है, वह जियो है। उस समय, हम अपना खुद का पैसा लगा रहे थे और मैं सबसे बड़ा शेयरधारक था। हमारी सबसे खराब स्थिति तब होती, जब यह वित्तीय रूप से कारगर नहीं होता।’
आज जियो देश का सबसे बड़ा दूरसंचार ऑपरेटर है, जिसके 470 मिलियन से ज़्यादा ग्राहक हैं। 5-जी, क्लाउड और ए.आई. सेवाओं में इसकी मौजूदगी लगातार बढ़ रही है। उन्होंने कहा, ‘हमारा मानना है कि आखिरकार आप इस दुनिया में खाली हाथ आते हैं और खाली हाथ ही जाते हैं। आप जो पीछे छोड़ते हैं, वह एक संस्था है।’
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