पेरिस, 23 जून : अक्सर माना जाता है कि प्लास्टिक की बोतलों में रखे पेय पदार्थ स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होते हैं। इसीलिए कांच की बोतलों को सुरक्षित माना जाता है, लेकिन एक नए अध्ययन में बड़ा खुलासा हुआ है। इसलिए कांच और प्लास्टिक की बोतलों का इस्तेमाल करने वालों को सावधान हो जाना चाहिए। फ्रांस की खाद्य सुरक्षा एजेंसी ए.एन.एस.ई.एस. के एक अध्ययन में दावा किया गया है कि कांच की बोतलों में प्लास्टिक की बोतलों की तुलना में अधिक माइक्रोप्लास्टिक होते हैं। अध्ययन के नतीजे जर्नल ऑफ फूड कंपोजिशन एंड एनालिसिस में प्रकाशित हुए हैं।
नए अध्ययन से हुआ बड़ा खुलासा
शोधकर्ताओं को शुरू में उम्मीद थी कि कांच की बोतलें प्लास्टिक की बोतलों की तुलना में अपेक्षाकृत सुरक्षित होंगी, लेकिन परिणामों ने उन्हें चौंका दिया। शोध का नेतृत्व करने वाले इसेलिन चाब ने कहा, ‘हमें इसके ठीक विपरीत की उम्मीद थी।’ अध्ययन के अनुसार, कोल्ड ड्रिंक्स, नींबू पानी, आइस्ड टी और बीयर की कांच की बोतलों में प्रति लीटर लगभग 100 माइक्रोप्लास्टिक कण होते हैं, जो प्लास्टिक या धातु के डिब्बों की तुलना में 50 गुना अधिक है।
कांच में अधिक माइक्रोप्लास्टिक्स का खतरा
माइक्रोप्लास्टिक का मुख्य स्रोत ढक्कन माना जाता था, क्योंकि पेय पदार्थों में अलग किए गए अधिकांश कण ढक्कन के रंग के समान थे। हमने पाया कि कांच के कंटेनरों में नमूनों से अलग किए गए कण एक ही आकार, रंग और संरचना के थे, चैब ने कहा। सभी बोतलों में से, बीयर की बोतलों में माइक्रोप्लास्टिक की मात्रा सबसे अधिक थी, औसतन 60 कण प्रति लीटर।
उनके नींबू पानी में लगभग 40 प्रतिशत था। कांच की बोतलों में प्रति लीटर लगभग 4.5 कण थे, जबकि प्लास्टिक की बोतलों में 1.6 कण थे। परिणाम स्पष्ट रूप से दिखाते हैं कि शराब को छोडक़र सभी पेय पदार्थों के लिए कांच के कंटेनर अन्य पैकेजिंग की तुलना में अधिक दूषित थे।
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