October 6, 2025

निमिशा को मिलेगी मौत की सजा, मृतक के भाई ने कहा नहीं चाहिए ब्लड मनी

निमिशा को मिलेगी मौत की सजा...

यमन, 17 जुलाई : यमन में 2017 में कथित हत्या के मामले में दोषी ठहराई गई केरल की नर्स निमिशा प्रिया का मामला एक बार फिर सुर्खियों में है। इस बीच, पीड़ित परिवार ने साफ कर दिया है कि उनका परिवार निमिशा को माफ करने या किसी भी तरह का मुआवजा लेने को तैयार नहीं है। 14 जुलाई को बीबीसी अरबी को दिए एक साक्षात्कार में, तलाल मेहदी के भाई अब्देलफत्ताह ने शरिया कानून के तहत क़िसास की मांग दोहराई और कहा कि निमिशा को उसके अपराध के लिए मौत की सजा दी जानी चाहिए।

भारतीय मीडिया की रिपोर्टें खारिज

अब्देलफत्ताह ने भारतीय मीडिया में आई उन खबरों को भी पूरी तरह से खारिज कर दिया जिनमें दावा किया गया था कि तलाल ने निमिषा के साथ दुर्व्यवहार किया था या उसका पासपोर्ट जब्त कर लिया था। उन्होंने भारतीय मीडिया पर एक दोषी हत्यारे को पीड़ित के रूप में पेश करने और तथ्यों को तोड़-मरोड़ कर पेश करने का आरोप लगाया।

‘हत्या को उचित नहीं ठहराया जा सकता’

उन्होंने कहा कि कोई भी व्यक्तिगत या व्यावसायिक विवाद, चाहे कितना भी गंभीर क्यों न हो, इतनी क्रूर हत्या, शव के टुकड़े-टुकड़े करने और उसे छिपाने को उचित नहीं ठहरा सकता। उन्होंने बताया कि निमिषा और तलाल का रिश्ता पहले व्यावसायिक था जो बाद में व्यावसायिक साझेदारी में बदल गया और फिर उनकी शादी लगभग चार साल तक चली। अब्देलफत्ता ने कहा, “हम न केवल इस क्रूर अपराध से आहत थे, बल्कि लंबी और कष्टदायक कानूनी प्रक्रिया ने भी हमें बहुत पीड़ा दी।” उन्होंने किसी भी तरह की बातचीत या ‘ब्लड मनी’ (मुआवजा) समझौते को स्वीकार करने से साफ इनकार कर दिया।

क्या बात क्या बात?

गौरतलब है कि केरल की 36 वर्षीय नर्स निमिषा प्रिया 2008 में बेहतर नौकरी की तलाश में यमन गई थीं। समय के साथ, उनके स्थानीय व्यापारिक साझेदार तलाल मेहदी के साथ उनके रिश्ते बिगड़ गए।

‘शरीर के अंगों को पानी की टंकी में फेंक दिया गया’

यमनी अधिकारियों के अनुसार, निमिषा ने तलाल का पासपोर्ट वापस पाने के लिए उसे नशीला पदार्थ दिया, जिससे उसकी मौत हो गई। इसके बाद, निमिषा और एक अन्य नर्स ने कथित तौर पर उसके शरीर के टुकड़े-टुकड़े करके उसे पानी की टंकी में फेंक दिया।