October 6, 2025

पद्मश्री डॉ. श्याम बिहारी अग्रवाल का निधन, प्रयागराज में शोक की लहर

पद्मश्री डॉ. श्याम बिहारी अग्रवाल का...

प्रयागराज, 6 सितंबर : वाश पेंटिंग कला के प्रचार-प्रसार में विशिष्ट योगदान के लिए पद्मश्री से सम्मानित डॉ. श्याम बिहारी अग्रवाल का शनिवार सुबह निधन हो गया। उन्हें चक जीरो रोड स्थित उनके आवास पर हृदयाघात हुआ। 1942 में सिरसा कस्बे में जन्मे श्याम बिहारी ने हाल ही में 1 सितंबर को अपना 83वां जन्मदिन मनाया था। उनके निधन से चित्रकला के एक युग का अंत हो गया है। शुभचिंतकों और स्थानीय जनप्रतिनिधियों में शोक की लहर है।

डॉ. श्याम बिहारी अग्रवाल ने 28 अप्रैल 2025 को दिल्ली में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से पद्मश्री सम्मान ग्रहण किया। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी कुछ क्षण की मुलाकात की। इस दौरान डॉ. श्याम बिहारी ने प्रयागराज में एक चित्रकला संग्रहालय स्थापित करने की इच्छा व्यक्त की। डॉ. श्याम बिहारी का उद्देश्य था कि उभरते चित्रकारों को वॉश पेंटिंग की कला भी सीखनी चाहिए ताकि भविष्य में इसे एक धरोहर के रूप में स्थापित किया जा सके।

घर पर शोक मनाने वालों की भीड़ जमा हो गई

डॉ. श्याम बिहारी का सुबह करीब नौ बजे निधन हो गया। सूचना मिलते ही स्थानीय लोग, शुभचिंतक और जनप्रतिनिधियों का आना शुरू हो गया। तीनों बेटियाँ तूलिका अग्रवाल, डॉ. ज्योति और सारिका अग्रवाल, दामाद राजीव अग्रवाल, धीरेंद्र अग्रवाल भी पहुँचे। पोते आदित्य अग्रवाल ने बताया कि डॉ. श्याम बिहारी की तबीयत पांच सितंबर तक ठीक थी। वे एक कार्यक्रम में भी शामिल हुए थे।

वॉश पेंटिंग में विशेषज्ञ थे

वॉश पेंटिंग विधि में चित्र बनाने के लिए विंसर न्यूटन व्हाट्समैन पेपर का उपयोग किया जाता है। पहले कागज़ पर रेखाचित्र बनाया जाता है और फिर उसे भिगोया जाता है। सूखने के बाद, उस पर सावधानीपूर्वक रंग लगाया जाता है। सूखने के बाद, उसे फिर से बहते पानी में धोया जाता है। यह प्रक्रिया कई बार दोहराई जाती है। इससे चित्र को एक परिष्कृत रूप और चमक मिलती है।