लाहौर, 28 अक्तूबर : पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर झूठ फैला रहे थे, लेकिन इसी बीच एक एक्स ने उन्हें शर्मिंदा कर दिया। दरअसल, शाहबाज ने अपनी एक पोस्ट में भारत पर जम्मू-कश्मीर पर हमला करने का आरोप लगाया और कहा कि ‘वहां मानवाधिकारों का उल्लंघन हो रहा है।’
एक्स ने तथ्यों की जांच की
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शाहबाज़ शरीफ़ ने पोस्ट में लिखा, “हर साल 27 अक्टूबर कश्मीर के इतिहास का सबसे काला दिन होता है। 78 साल पहले इसी दिन भारतीय सेना श्रीनगर पहुँची थी और उसे अपने कब्ज़े में ले लिया था।” शाहबाज़ ने लिखा, “करीब आठ दशकों से भारत के अवैध रूप से कब्ज़े वाले जम्मू-कश्मीर (IIOJK) के लोगों ने अपार कष्ट और उत्पीड़न सहा है।”
‘यह भ्रामक है…’
X कम्युनिटी नोट्स ने इस पोस्ट की तथ्य-जांच की। इसमें लिखा था, “यह भ्रामक है। महाराजा हरि सिंह 26 अक्टूबर, 1947 को भारत में विलय के लिए सहमत हुए थे। इस समझौते पर हस्ताक्षर करने के बाद, भारत ने 27 अक्टूबर, 1947 को क्षेत्र की रक्षा के लिए श्रीनगर में सेना भेजी।”
सामुदायिक नोटों में वह दस्तावेज दिखाया गया है जिसमें महाराजा हरि सिंह ने जम्मू-कश्मीर के भारत में विलय पर सहमति व्यक्त की थी।
यह भी देखें : ट्रम्प और ताकाइची ने व्यापार और खनिज समझौतों पर हस्ताक्षर किए

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