October 6, 2025

सुरक्षा कारणों से गुरुपर्व पर तीर्थयात्री पाकिस्तान नहीं जाएंगे

सुरक्षा कारणों से गुरुपर्व पर तीर्थयात्री...

अमृतसर, 15 सितंबर : भारत और पाकिस्तान के बीच तनातनी के मद्देनजर इस साल नवंबर में श्री गुरु नानक देव जी की जयंती के मौके पर सिख श्रद्धालुओं का जत्था पाकिस्तान नहीं जा पाएगा। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने दोनों देशों के बीच तनाव और सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए पंजाब और अन्य राज्यों के मुख्य सचिवों को पत्र लिखकर यह जानकारी दी है।

केंद्रीय गृह मंत्रालय ने पंजाब, हरियाणा, जम्मू-कश्मीर, दिल्ली, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड सरकारों के मुख्य सचिवों को पत्र भेजकर नवंबर में श्री गुरु नानक देव जी की जयंती के मौके पर सिख श्रद्धालुओं के जत्थे को पाकिस्तान भेजने में असमर्थता जताई है।

पासपोर्ट भेजने की प्रक्रिया शुरू न करें

विभाग के अवर सचिव द्वारा जारी पत्र में कहा गया है कि दोनों देशों के बीच मौजूदा हालात और सुरक्षा कारणों से नवंबर में गुरु नानक देव जी की जयंती के अवसर पर सिख तीर्थयात्रियों के जत्थे को पाकिस्तान भेजना संभव नहीं होगा। उन्होंने पत्र में शामिल सभी राज्यों के मुख्य सचिवों से कहा कि वे अपने-अपने राज्यों के सिख संगठनों को इस स्थिति से अवगत कराएँ और आवेदन व पासपोर्ट भेजने की प्रक्रिया शुरू न करें।

गौरतलब है कि पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान के साथ राजनयिक और अन्य संबंध तोड़ लिए थे। इसके मद्देनजर अटारी सीमा को द्विपक्षीय व्यापार और यातायात के लिए बंद कर दिया गया था। इस दौरान दोनों देशों के बीच युद्ध की स्थिति भी पैदा हो गई थी।

केंद्र सरकार से कोई पत्र नहीं मिला

शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के एक प्रवक्ता ने कहा कि सिख संगठन को केंद्र सरकार से सिख तीर्थयात्रियों को पाकिस्तान न भेजने के संबंध में कोई पत्र नहीं मिला है। यह पत्र राज्य सरकार को भेज दिया गया है और उसकी ओर से उसे इस बारे में सूचित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस बारे में आधिकारिक जानकारी मिलने के बाद ही कोई टिप्पणी की जा सकेगी।

हालाँकि, उन्होंने कहा कि अगर भारत और पाकिस्तान की क्रिकेट टीमों के बीच मैच हो सकता है, तो सिख तीर्थयात्रियों का एक जत्था भी भेजा जा सकता है। उन्होंने कहा कि सिख तीर्थयात्री मांग कर रहे हैं कि गुरुद्वारा करतारपुर कॉरिडोर भी खोला जाना चाहिए।

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