चंडीगढ़/पठानकोट, 27 अगस्त : पंजाब सरकार ने स्थानीय प्रशासन और संबंधित विभागों के अधिकारियों को बाढ़ प्रभावित इलाकों में युद्धस्तर पर बचाव और राहत कार्य जारी रखने के लिए चौबीसों घंटे तैनात रहने के आदेश दिए हैं। इसके साथ ही सभी अधिकारियों/कर्मचारियों की छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं। यह जानकारी राज्य के जल संसाधन मंत्री बरिंदर कुमार गोयल और खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री लाल चंद कटारूचक ने मंगलवार को गुरदासपुर और पठानकोट के बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा करते हुए दी। मंत्रियों ने आज पठानकोट और गुरदासपुर का दौरा किया।
कैबिनेट मंत्रियों ने कहा कि इस समय सरकार की प्राथमिकता जान-माल की रक्षा, नुकसान को कम करना और प्रभावित लोगों तक राहत सामग्री पहुँचाना है। लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुँचाने के लिए हेलीकॉप्टर की सहायता भी ली जा रही है। उन्होंने लोगों से झूठी अफवाहों पर ध्यान न देने और नदियों व नहरों के किनारे जाने से बचने की अपील की।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान स्वयं राहत कार्यों की निगरानी कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान राज्य में बाढ़ से हुए किसी भी प्रकार के नुकसान के लिए पहले ही पर्याप्त मुआवज़ा देने की घोषणा कर चुके हैं और सबसे पहले सरकार युद्ध स्तर पर राहत एवं बचाव कार्य चला रही है और इसके बाद विशेष गिरदावरी करवाकर मुआवज़ा दिया जाएगा। उन्होंने किसानों को भरोसा दिलाया कि पंजाब सरकार जलभराव से बर्बाद हुई फसलों का मुआवज़ा देने के लिए प्रतिबद्ध है।
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