November 20, 2025

पंजाब की शिक्षा व्यवस्था बड़े बदलाव की साक्षी बन रही है: हरपाल सिंह चीमा

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चंडीगढ़, 31 अक्टूबर : पंजाब के वित्त मंत्री एडवोकेट हरपाल सिंह चीमा ने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व वाली सरकार के ‘शिक्षा क्रांति’ कार्यक्रम के तहत किए जा रहे बुनियादी ढांचे के व्यापक उन्नयन, शिक्षकों की संख्या बढ़ाने और उनकी लंबे समय से लंबित मांगों एवं मुद्दों के समाधान के लिए उठाए गए कदमों के कारण राज्य की शिक्षा व्यवस्था एक बड़े बदलाव की साक्षी बन रही है।

शिक्षा के स्तर को ऊँचा उठाने के लिए किया प्रेरित

वित्त मंत्री चीमा ने यह टिप्पणियाँ आज यहां शिक्षा विभाग की 7 यूनियनों के प्रतिनिधियों के साथ विस्तृत विचार-विमर्श के दौरान कीं। इन संगठनों में स्पेशल कैडर अध्यापक फ्रंट, कंप्यूटर अध्यापक यूनियन, कंप्यूटर अध्यापक संघर्ष कमेटी, बेरोजगार बी.एड.-टेट पास अध्यापक यूनियन, ई.टी.टी. टैट पास अध्यापक यूनियन (सुनील फाजि़लका) और ई.टी.टी. टैट पास अध्यापक यूनियन (जय सिंह वाला) शामिल थे। वित्त मंत्री ने उनकी मांगों की व्यापक समीक्षा की और यूनियन के सदस्यों को सरकारी स्कूलों में शिक्षा की गुणवत्ता को और बेहतर करने के लिए अधिक समर्पण से काम करने के लिए प्रेरित किया।

जायज़ मांगों को शीघ्र हल कर दिया जाएगा

इस अवसर पर शिक्षा सचिव अनिंदिता मित्रा ने वित्त मंत्री को बताया कि यूनियनों की अधिकांश मांगों का समाधान या तो अंतिम चरण में है या उन पर कार्रवाई चल रही है। उन्होंने भरोसा दिलाया कि यूनियनों द्वारा उठाई गई अन्य जायज़ मांगों को भी शीघ्र ही हल कर दिया जाएगा। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए, वित्त मंत्री चीमा ने शिक्षा विभाग को निर्देश दिया कि वह जायज़ मांगों से जुड़ी वित्तीय जिम्मेदारियों को वित्त विभाग के साथ साझा करे ताकि बिना किसी देरी के आवश्यक कार्रवाई पर निर्णय लिया जा सके।

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