नई दिल्ली, 5 दिसम्बर : रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन इस समय भारत के दो दिवसीय दौरे पर हैं। गुरुवार को दिल्ली पहुँचे रूसी राष्ट्रपति पुतिन का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वागत किया। क्रेमलिन ने इस गर्मजोशी भरे स्वागत की सराहना की है। दरअसल, राष्ट्रपति पुतिन का यह दौरा ऐसे समय हो रहा है जब अमेरिका और भारत के संबंधों में तनाव है। अमेरिका ने भारत पर 50 प्रतिशत टैरिफ लगा दिया है। पुतिन ने भारत पर लगाए गए टैरिफ पर भी प्रतिक्रिया दी है।
पुतिन ने टैरिफ पर बात की
रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने एक ख़ास बातचीत की है। यह इंटरव्यू पुतिन के दिल्ली पहुँचने के कुछ घंटों बाद प्रसारित किया गया। इस इंटरव्यू के दौरान पुतिन ने भारत पर अमेरिका के भारी दबाव को चुनौती दी। पुतिन ने कहा कि अमेरिका ख़ुद हमसे ईंधन खरीदता है और अगर वह ऐसा कर सकता है, तो भारत को ईंधन खरीदने में क्या दिक्कत है?
पुतिन की भारत यात्रा का क्या महत्व है?
राष्ट्रपति पुतिन की यात्रा के दौरान, दोनों देश आपसी व्यापार बढ़ाने और लेन-देन की वस्तुओं की विविधता का विस्तार करने का प्रयास कर रहे हैं। यूक्रेन के साथ युद्ध शुरू होने के बाद से पुतिन की यह पहली भारत यात्रा है।
इस यात्रा का उद्देश्य रूसी तेल, मिसाइल प्रणालियों और लड़ाकू विमानों की बिक्री को बढ़ावा देना और ऊर्जा एवं रक्षा उपकरणों से परे व्यापारिक संबंधों का विस्तार करना है। यह यात्रा ऐसे समय में हो रही है जब अमेरिका यूक्रेन पर आक्रमण के मुद्दे पर भारत पर मास्को से दूरी बनाने का दबाव बना रहा है।
‘अमेरिका भी रूस से ईंधन खरीदता है’
ट्रंप टैरिफ से जुड़े एक सवाल के जवाब में राष्ट्रपति पुतिन ने कहा कि अमेरिका खुद अभी भी अपने परमाणु ऊर्जा संयंत्रों के लिए हमसे परमाणु ईंधन खरीदता है। वह भी ईंधन ही है। उन्होंने कहा कि अगर अमेरिका को हमारा ईंधन खरीदने का अधिकार है, तो भारत को भी यही विशेष अधिकार क्यों नहीं मिलना चाहिए? इस सवाल की पूरी जाँच होनी चाहिए और हम इस पर राष्ट्रपति ट्रंप समेत सभी के साथ चर्चा के लिए तैयार हैं।
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