मोस्को, 30 जुलाई : रूस के सुदूर पूर्व में बुधवार तडक़े 8.8 तीव्रता का एक शक्तिशाली भूकंप आया, जिसने उत्तरी प्रशांत क्षेत्र में सुनामी की चेतावनी को जन्म दिया। इस भूकंप के प्रभाव से अलास्का, हवाई और न्यूजीलैंड के दक्षिणी हिस्सों में भी चेतावनियां जारी की गईं। यह भूकंप दुनियां के सबसे शक्तिशाली भूकंपों में से एक माना जा रहा है और इसके कारण स्थानीय क्षेत्रों में व्यापक नुकसान की आशंका जताई जा रही है।
रूस में सुनामी की लहरों ने मचाई तबाही
कामचटका प्रायद्वीप के निकट भूकंप के केंद्र के आसपास के रूसी क्षेत्रों से क्षति और लोगों के निकासी की रिपोर्टें प्राप्त हुई हैं। स्थानीय गवर्नर वालेरी लिमारेंको ने बताया कि प्रशांत क्षेत्र में पहली सुनामी लहर रूस के कुरील द्वीप समूह की मुख्य बस्ती, सेवेरो-कुरील्स्क के तटीय क्षेत्र में पहुंची।
इस घटना ने स्थानीय निवासियों में चिंता और भय का माहौल पैदा कर दिया है, और राहत कार्यों की तैयारी की जा रही है ताकि प्रभावित लोगों की सहायता की जा सके।
जापान में न्यूक्लीयर प्लांट खाली करवाया
जापान मौसम विज्ञान एजेंसी ने कहा कि 16 स्थानों पर 40 सेंटीमीटर (1.3 फीट) तक ऊंची सुनामी देखी गई है। समुंद्र की लहरें प्रशांत तट के साथ-साथ होक्काइडो से लेकर टोक्यो के उत्तर-पूर्व तक दक्षिण की ओर बढ़ी हैं। अधिकारियों ने सावधानी बरतने का आग्रह करते हुए कहा कि बाद में बड़ी लहरें आ सकती हैं। जापान की आपदा प्रबंधन एजेंसी ने कहा कि अब तक किसी के घायल होने या क्षति की सूचना नहीं मिली है।
एजेंसी ने सुनामी की चेतावनी के जवाब में, होक्काइडो से ओकिनावा तक जापान के प्रशांत तट के साथ 133 नगरपालिकाओं में 900,000 से अधिक निवासियों को निकालने की सलाह जारी की। वास्तव में शरण लेने वाले लोगों की संख्या उपलब्ध नहीं थी। सुनामी की चेतावनी के बाद प्रशांत तटों पर स्थित जापानी परमाणु ऊर्जा संयंत्रों (फुकुशिमा परमाणु संयंत्र भी शामिल) में काम रोक दिया गया है, कर्मचारियों को बाहर निकाल लिया गया है, लेकिन अभी तक कोई असामान्यता की सूचना नहीं मिली है।
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