अमृतसर-संगरूर, 19 सितंबर : पंजाब में धान की कटाई शुरू होते ही पराली जलाने का सिलसिला शुरू हो गया है। 15 सितंबर से 18 सितंबर तक महज चार दिनों में पराली जलाने के 32 मामले सामने आए हैं। ये मामले लुधियाना स्थित पंजाब रिमोट सेंसिंग सेंटर (पीआरएससी) को रिपोर्ट किए गए। पीआरएससी 15 नवंबर से 30 नवंबर तक पराली जलाने पर नजर रखता है। पराली जलाने पर एफआईआर दर्ज करने और जुर्माना लगाने का प्रावधान है, लेकिन अभी तक किसी भी किसान के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई है।
किसानों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी
मलेरकोटला जिले के मोहम्मदपुरा गांव में भी पराली जलाने का मामला सामने आया है। गुरुवार को एसडीएम अमरगढ़ सुरिंदर कौर दौलतपुर गांव में नुक्कड़ सभा करने गई थीं, जिसमें किसानों से पराली न जलाने की अपील की गई। सभा के बाद लौटते समय उन्होंने मोहम्मदपुरा गांव के पास एक किसान के खेत में पराली जलती देखी। उन्होंने अपनी गाड़ी रोकी और तहसीलदार लवप्रीत सिंह, सुपरिंटेंडेंट धर्म और ग्रामीणों की मदद से आग बुझाई।
एसडीएम ने घोषणा की कि पराली जलाने वाले किसानों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने किसानों से पराली न जलाने और पर्यावरण संरक्षण में प्रशासन का सहयोग करने की अपील की।
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